ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन…
सिन्नू महराज को समर्पित कार्यक्रम “सतरंग रे.. में भजन सम्राट पद्मश्री अनूप जलोटा ने बांधा समां
लखनऊ: सरगम कल्चरल सोसायटी की ओर से सप्तम प्रस्तुति के तहत “सतरंग रे….”कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सिन्नू महराज को समर्पित था। गोमतीनगर स्थित संगीत नाटक अकादमी के संत गाडगे महाराज सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में भजन सम्राट पद्मश्री अनूप जलोटा ने अपने भजनों से माहौल को खुशनुमा बना दिया। उन्होंने भजन की शुरुआत “ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन, वो तो गली-गली हरि गुन गाने लगी, महलों में पली, बन के जोगन चली, मीरा रानी दीवानी कहाने लगी, ऐसी लागी-लगन…. सुनाकर सबकी तालियां बटोरी। इसके बाद जलोटा ने अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं..कौन कहता हे भगवान आते नहीं, तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं सुनाया। अनूप जलोटा ने कहा की आज का यह कार्यक्रम केवल भजन संध्या का नहीं है। इसके बाद उन्होंने कॉकटेल गीत सुनाना शुरू किया। उन्होंने “मैं शायर तो नहीं मगर ऐ हंसीं जबसे देखा, मैंने तुझको, मुझको शायरी, आ गई। इस गीत पर लोगों ने खूब तालियां बजाईं। इसके बाद उन्होंने जीना यहाँ मरना यहाँ इसके सिवा जाना कहाँ जी चाहे जब हमको आवाज़ दो हम हैं वहीं हम थे जहाँ जीना यहाँ मरना यहाँ… सुनाकर उन्होंने सबको भाव विभोर कर दिया। देर शाम तक चले इस भजन संध्या में उन्होंने “श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम…लोग करे मीरा को यूंही बदनाम.. भजन से पूर्व अनूप जलोटा और साथी कलाकारों को अपराजिता समूह की संस्थापक सचिव डॉ अनुपमा व साधना श्रीवास्तव ने स्मृति चिन्ह दे कर सम्मानित किया। भजन संध्या का दौर देर शाम तक चलता रहा। जलोटा ने चन्दन सा बदन चंचल चितवन धीरे से तेरा ये मुस्काना
मुझे दोष न देना जग वालों..हो जाऊँ अगर मैं दीवाना… सुनाकर कर खूब वाहवाही लूटी। भजन सम्राट ने जग में सुंदर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो या राम..
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम श्याम..,। ओ पालनहारे निर्गुण और न्यारे..
तुमरे बिन हमरा कौनो नाहीं..हमरी उलझन, सुलझाओ भगवन..तुमरे बिन हमरा कौनो नाहीं..। जैसे सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को, मिल जाए तरुवर की छाया…सहित अन्य कई भजन सुनाया। जलोटा ने भक्ति गीत जहाँ डाल डाल पर, सोने की चिड़ियाँ करती है बसेरा, वो भारत देश है मेरा, सुनाकर सबके देश भक्ति से ओतप्रोत कर दिया। अपने भजनों में जलोटा ने “इतनी शक्ति हमें दे न दाता..मनका विश्वास कमज़ोर हो ना..हम चलें नेक रास्ते पे हमसे
भूलकर भी कोई भूल हो ना…सुनाकर लोगों को थोड़ी देर तक ईश्वर से जोड़ दिया। सतरंग रे.. कार्यक्रम में जलोटा एकेडमी ऑफ स्प्रिचुअल म्यूजिक एण्ड परफॉर्मिंग आर्ट्स के कलाकारों ने प्रोफार्म किया।