अमेरिकन ऑन्कोलॉजी इंस्टीट्यूट (एओआई), गुरुग्राम में 2 प्रिसिजन मेडिसिन से दुर्लभ कैंसर से पीड़ित एक मरीज की जान सफलतापूर्वक बचाई गई
गुरुग्राम: अमेरिकन ऑन्कोलॉजी इंस्टीट्यूट (एओआई), गुरुग्राम में 49 वर्षीय एक मरीज के दुर्लभ कैंसर का सफल इलाज किया गया। मरीज को 2 प्रिसिजन मेडिसन के साथ ट्रीटमेंट प्रदान किया गया था। मरीज को बुखार, पेट में दर्द था और क्लीनिकल तौर पर मलेरिया का डायग्नोसिस किया गया था। एओआई में स्पेशलिस्ट्स की एक्सपर्ट टीम द्वारा इंस्टेंट और सटीक डायग्नोसिस ने मरीज की जान बचाने में मदद की। दरअसल, मरीज स्प्लेनिक मार्जिनल ज़ोन लिम्फोमा (एसएमजैडएल) से पीड़ित था और एओआई में डायग्नोसिस करने के बाद उसका सफलतापूर्वक इलाज किया गया।
मरीज को काफी गंभीर हालत में एओआई गुरुग्राम लाया गया था, उसके पेट में बाईं ओर तेज दर्द, लो ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट भी काफी अधिक थी। मरीज की जांच के बाद, मेडिकल टीम को स्पलीन (तिल्ली) के फटने का संदेह हुआ और उन्होंने इमरजेंसी लैपरोटॉमी और स्प्लेनेक्टोमी (स्पलीन को सर्जरी से निकालना) की शुरुआत की। सर्जरी के दौरान, उन्होंने पेट की कैविटी में एक लार्ज हेमेटोमा और लगभग 1.5 लीटर रक्त पाया।
हालांकि, शुरू में स्पलीन सामान्य दिखाई दी, लेकिन एओआई की मेडिकल टीम ने मजबूत क्लीनिकल सस्पेशन के आधार पर आगे के टेस्ट करने पर जोर दिया। परिणामों ने स्प्लीनिक मार्जिनल ज़ोन लिम्फोमा के डायग्नोसिस की पुष्टि की, जो नॉन-हॉजकिन के लिम्फोमा (एनएचएल) का एक दुर्लभ रूप है जो आमतौर पर स्पलीन में विकसित होता है। इस प्रकार का दुर्लभ और धीमी गति से बढ़ने वाला कैंसर दुनिया भर में नॉन-हॉजकिन के लिम्फोमा के सभी मामलों का 1% से भी कम है। रोगी को तुरंत टार्गेटेड थेरेपी ट्रीटमेंट शुरू किया गया और अब वह ठीक हो रहा है।
डॉ. (ब्रिगेडियर) ए.के. धर, सीनियर कंसल्टेंट, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, एओआई गुरुग्राम ने कहा कि “यह मामला प्रिसिजन-बेस्ड दवाओं की सटीकता और प्रभावी इलाज का एक आदर्श उदाहरण है। स्प्लेनिक मार्जिनल ज़ोन लिम्फोमा अत्यंत दुर्लभ है, और इसका अपने आप फटना और भी दुर्लभ है। इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री जैसे एडवांस्ड डायग्नोसिस टेस्टों पर जोर देने से हमें सटीक डायग्नोसिस करने और सही उपचार शुरू करने का मौका मिला। यह जटिल मामलों में प्रमाण-आधारित मेडिसन के महत्व को दर्शाता है।”
हरीश त्रिवेदी, सीईओ, सीटीएसआई–साउथ एशिया ने एओआई गुरुग्राम टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि “यह उल्लेखनीय मामला हमारे डॉक्टरों की लगन और विशेषज्ञता को दर्शाता है। सटीकता के प्रति टीम की प्रतिबद्धता और अनिर्णायक जांच परिणामों से संतुष्ट न होने के कारण लाइफ सेविंग परिणाम सामने आए। एओआई में, हम अत्याधुनिक डायग्नोसिस और उपचार के माध्यम से विश्व स्तरीय कैंसर केयर प्रदान करने को प्राथमिकता देते हैं।”
डॉ.अमित धवन, आरसीओओ, एओआई गुरुग्राम ने कहा कि “हर मरीज अपने आपे में अलग होता है और इसलिए उनका उपचार भी अलग होता है। यह मामला पर्सनल केयर प्रदान करने के हमारे मिशन को दर्शाता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि किसी भी मरीज के जटिल हालात के डायग्नोसिस और उपचार में कोई कसर न छोड़ी जाए।” एओआई टीम के मेहनती प्रयासों ने एडवांस्ड कैंसर केयर में एक मिसाल कायम की है, जिसमें शानदार परिणाम प्राप्त करने के लिए विशेषज्ञता और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का एक साथ लाया गया है।