20 दिवसीय अवध महोत्सव शॉपिंग कार्निवाल 3 से…

लखनऊ : प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट एवं प्रगति इवेंट के संयुक्त तत्वावधान में आगामी 3 नवम्बर 2023 से 22 नवम्बर तक 20 दिवसीय अवध महोत्सव शॉपिंग कार्निवाल .2023 का आयोजन सहस्वां.अर्जुनगंज, सुल्तानपुर रोड, नियर शहीद पथ लखनऊ में किया जायेगा। इस बात की जानकारी आज संस्था के प्रशासनिक कार्यालय बर्लिंग्टन मॉल लखनऊ में एक प्रेसवार्ता में प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने दी।


उन्होंने बताया कि अवध महोत्सव शॉपिंग कार्निवाल मे अवध के लखनऊ सहित प्रदेश के कई जिलों के अलावा अन्य राज्यों बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तराखण्ड, पंजाब, ओडिशा, मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, जम्मू.कश्मीर, हिमांचल प्रदेश, हरियाणा, गोवा, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, की कला संस्कृति, पर्यटन, हस्त शिल्प, देशी उत्पाद, वस्त्र, फर्नीचर, मसाले, हैण्डलूम.हैण्डी क्राफ्ट सहित अन्य चीजों के स्टाल और पैवेलियन के अलावा उत्तर प्रदेश के एक जिला एक उत्पादए खादी ग्रामोद्योग, उत्तर प्रदेश पर्यटन, नाबार्ड, बैंक, सिडबी, राज्य आजीविका मिशन सहित अन्य सरकारी विभागों की सहभागिता होगी। उन्होंने बताया कि प्रगति अवध महोत्सव शॉपिंग कार्निवाल इंटरनेट माध्यम के जरिये देश विदेश के लोगों से जुड़ेगा। इसके अलावा महोत्सव से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए महोत्सव के फेसबुक लिंक का प्रयोग सजीव प्रसारण के लिए किया जायेगा।

कार्निवाल में नि:शुल्क अवध टैलेण्ट हण्ट का आयोजन किया जायेगा
अवध महोत्सव शॉपिंग कार्निवाल में नि:शुल्क अवध टैलेण्ट हण्ट का आयोजन किया जायेगा, इसके तहत बच्चों व युवाओं की गायन, नृत्य, वादन, किड्स मॉडलिंग, मेंहदी, रंगोली, कबाड़ से जुगाड़, सिलाई, चित्रकला, निबंध लेखन, साइकिल रेस, खो-खो, कबड्डी, मिस्टर.मिस और मिसेज अवध प्रतियोगिताएं होंगी। उपाध्यक्ष एनबी सिंह ने बताया कि अवध महोत्सव शॉपिंग कार्निवाल में अवध के विभिन्न जिलों के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली अनेक विभूतियों को अवध रत्न सम्मान से सम्मानित किया जायेगा, जिसमें महिलायें, पुरूष और बच्चे शामिल होंगे।

कार्निवाल की सांस्कृतिक संध्या में होंगे सांस्कृतिक आयोजन

उन्होंने बताया कि अवध महोत्सव शॉपिंग कार्निवाल .2023 की सांस्कृतिक संध्या में रोजाना अवध के सभी जिलों के अलावा विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य और लोक गायन के कार्यक्रम जैसे उत्तर प्रदेश का ख्याल नृत्य, रास नृत्य, झूला नृत्य, मयूर नृत्य, धोबिया नृत्य, चरकुला नृत्य, कठफोड़वा नृत्यए जोगिनी नृत्य, आल्हा.ऊदल गायन, राजस्थान का घूमर नृत्य, कालबेलिया नृत्य, तेराताली नृत्य, गेर नृत्य, पंजाब का गिद्दा.भांगड़ा, हरियाणा का झूमर नृत्य, बिहार का जाट जाटिन नृत्य, झारखंड का फगुआ नृत्य, करमा नृत्य, महारास्ट्र का लावणी नृत्य, दसावतार और डिंडी नृत्य, गुजरात का गरबा नृत्य के कार्यक्रम होंगे। इसके अलावा कवि सम्मेलन, मुशायरा, जादू, कठपुतली, बिरहा और आल्हा के कार्यक्रम होंगें।

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