दुर्लभ रक्त विकार का सफल इलाज: AOI गुरुग्राम की उल्लेखनीय उपलब्धि
गुरुग्राम: अमेरिकन ऑन्कोलॉजी इंस्टीट्यूट (AOI) गुरुग्राम ने मायलोप्रोलिफेरेटिव नियोप्लासिया-एसेंशियल थ्रोम्बोसाइटोसिस नामक दुर्लभ रक्त विकार से पीड़ित एक 65 वर्षीय महिला मरीज का सफल इलाज किया है। यह विकार, बोन मैरो में प्लेटलेट्स के अत्यधिक उत्पादन से उत्पन्न होता है, जिससे रक्त के थक्के जमने, रक्तस्राव और अन्य जटिलताएं हो सकती हैं।
मरीज को लंबे समय से हायपरटेंशन की समस्या थी और पिछले चार महीनों से सिरदर्द और मसूड़ों से हल्का खून निकलने की शिकायत थी। AOI गुरुग्राम में जांच के दौरान, डॉक्टरों ने पाया कि मरीज का ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ था और रक्त की मात्रा में असामान्यताएं थीं, जो एसेंशियल थ्रोम्बोसाइटोसिस की ओर इशारा करती थीं।
AOI गुरुग्राम के मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और एचओडी, डॉ. ए.के. धर ने कहा, “एसेंशियल थ्रोम्बोसाइटोसिस एक दुर्लभ स्थिति है, जिसके लिए सावधानीपूर्वक जांच और विशेष उपचार की आवश्यकता होती है। जेनेटिक टेस्टिंग और बोन मैरो की जांच ने इस रोग की पुष्टि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”
मरीज को साइटोरिडक्टिव थेरेपी दी गई, जो बोन मैरो में अत्यधिक प्लेटलेट्स के उत्पादन को कम करने के लिए उपयोग की जाती है। इस थेरेपी ने स्ट्रोक और दिल के दौरे जैसी जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद की। डॉ. धर ने बताया, “साइटोरिडक्टिव थेरेपी और एंटीप्लेटलेट एजेंटों ने प्लेटलेट स्तर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”
डॉ. अमित धवन, आरसीओओ, AOI गुरुग्राम, ने कहा, “हमारे रोगी में सफल डायग्नोसिस और इलाज हमारे समर्पण का प्रमाण है। हमारी मल्टी-डिसप्लनरी टीम की विशेषज्ञता ने इस जटिल स्थिति को सफलतापूर्वक प्रबंधित किया।”
उपचार के बाद, मरीज की प्लेटलेट काउंट सामान्य हो गई, जो सफल प्रबंधन का संकेत है। यह मामला विशेषीकृत चिकित्सा देखभाल के महत्व को दर्शाता है। AOI गुरुग्राम, आरवी हेल्थकेयर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में स्थित है, जो उत्तर भारत के सर्वश्रेष्ठ कैंसर अस्पतालों में से एक है। यह गुरुग्राम और आसपास के राज्यों में विश्व स्तरीय कैंसर देखभाल और डायग्नोसिस प्रदान करता है, और भारत और दक्षिण एशिया में सुपर-स्पेशियलिटी कैंसर अस्पतालों के नेटवर्क का हिस्सा है।