सागर भाटिया के नए बेहतरीन ट्रैक ‘‘राजदारियाँ’’ में देखिए प्राजक्ता कोली और तारुक रैना को

सागर भाटिया के ‘‘राजदारियाँ’’ में प्राजक्ता कोली और तारुक रैना के साथ जज़्बाती सफर पर जाने के लिए हो जाईये तैयार

नेशनल, 13 फरवरी, 2025: कुछ कहानियाँ कभी पूरी नहीं सुनाई जातीं, कुछ भावनाओं को कभी शब्द नहीं मिल पाते, और कुछ गानों में वो ताकत होती है, जो अनकही बातों को भी कह देते हैं। कव्वाली संगीत के दिग्गज, सागर भाटिया ने अपने नए गाने, ‘‘राजदारियाँ’’ में ऐसी ही एक लाजवाब मिसाल पेश की है। दिल में उतर जाने वाला यह भावुक गीत प्रेम, विरह, और हमारे दिलों में छिपे हुए राजों की हृदयस्पर्शी कहानी सुनाता है।

इस गीत के बोल गिनी दीवान ने लिखे हैं। इसे गौरव चटर्जी ने कंपोज़ किया है, तथा गीत को अपनी आवाज़ सागर भाटिया ने दी है। यह ट्रैक प्रतिभाशाली निर्देशक राज मेहता के निर्देशन में बना है, जो जुग जुग जियो में अपने काम के लिए मशहूर हैं। उनकी इस रचना में यूट्यूबर और अभिनेत्री, प्राजक्ता कोली और तारुक रैना के आकर्षक व्यक्तित्व ने जान फूंक दी है। उन्होंने मिलकर झिझक और नाजुक भावनाओं में लिपटे प्यार की सच्ची तस्वीर पेश की है। उनके विस्तृत चित्रण और राज मेहता के माहिर निर्देशन ने इस गाने की भावनात्मक गहराई को बखूबी पर्दे पर उतारा है, जिससे प्यार और नाजुकता के विषय उभरकर सामने आए हैं।

‘‘राजदारियाँ’’ ठहराव, अनकहे लम्हों और अनकही रह गई हर बात के वजन के साथ आगे बढ़ता है। अपने भावुक कंपोज़िशन और जबरदस्त सागर वाली कव्वाली अभिनय के लिए मशहूर, सागर इस ट्रैक में शुद्ध ऊर्जा लेकर आए हैं, जो कव्वाली के रचनात्मक दायरे बढ़ाते हुए इसे एक आधुनिक अंदाज में पेश करती है। ‘‘राजदारियाँ’’ में वो एक बार फिर साबित कर रहे हैं कि वो आज उद्योग की सबसे प्रभावशाली आवाजों में से एक क्यों हैं।

इस गाने के बारे में गायक-गीतलेखक, सागर भाटिया ने कहा, ‘‘राजदारियाँ में उन भावनाओं को प्रतिबिंबित किया गया है, जो हम सभी महसूस करते हैं, लेकिन कह नहीं पाते, इसलिए यह बहुत निजी गीत है। मैं सूफी संगीत के सार के साथ एक कमर्शियल गीत बनाना चाहता था, इसलिए मुझे अपने दायरों को काफी बढ़ाना पड़ा। इस गाने को मैंने महसूस किया है और मुझे पता है कि लोग इसमें अपनी खुद की कहानी को महसूस करेंगे। इसमें प्राजक्ता और तारुक ने उस रिश्ते और ऊर्जा में जान डाल दी, जो बहुत खास है। उन्होंने इसकी हर धड़कन, हर खामोशी और हर अनकहे शब्द को महसूस किया है।’’

अभिनेत्री, प्राजक्ता कोली ने कहा, ‘‘मुझे वो कहानियाँ पसंद हैं, जो खत्म होने के बाद भी लंबे समय तक दिलों में समाई रहती हैं। राजदारियाँ ऐसी ही एक कहानी है। यह एक शुद्ध, खूबसूरत और दिल में उतर जाने वाली हकीकत है। राज सर के साथ शूटिंग में हमेशा बहुत मजा आता है; तारुक के साथ काम करना बहुत खास था क्योंकि वह बहुत आसानी से इस भावना में उतर गया। जिया और अमन के किरदार हमने पहले कभी नहीं निभाए थे, इसलिए यह हमारे लिए एक रोमांचक चुनौती थी। और सागर की आवाज़ के तो क्या कहने? यह आपके दिल में बस जाती है?’’

तारुक रैना ने कहा, ‘‘राजदारियाँ में मुझे यह बहुत अच्छा लगा कि इसमें उन सभी बातों का चित्रण है, जो हमें अपने जज़्बातों का इजहार करने से रोकती हैं। हम सभी उस दौर से गुजरे हैं। इस गाने की शूटिंग करना बिल्कुल असली के जैसा था, जैसे हम कोई किरदार नहीं निभा रहे थे, बल्कि एक निजी लम्हे से गुजर रहे थे। सागर ने अपने संगीत में जिस खूबसूरती से इस भावना को उतारा है, वह काबिले-तारीफ है।’’

‘‘राजदारियाँ’’ निजी एहसास को बयाँ करते शब्दों और झकझोर देने वाले अभिनय के साथ ऐसे गीत बनाने की सागर भाटिया की काबिलियत का प्रदर्शन करता है, जो दिल की गहराईयों में उतर जाते हैं। खामोश विचारों के लिए हो या निजी अनुभवों की गूंज पेश करने के लिए, यह गाना हर श्रोता के मन पर एक अमिट छाप छोड़ देगा।

राजदारियाँ यहाँ सुनेंःhttps://www.youtube.com/watch?v=tbZBh5FmvHE

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