ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने 5 आतंकवादियों को किया ढेर; पाकिस्तान ने दी अंतिम संस्कार की अनुमति

ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान के आतंकवादी अबु अकाशा समेत 5 टॉप आतंकवादी ढेर

भारत ने 7 मई 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। इस ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के प्रमुख ठिकानों को निशाना बनाया गया। इन हमलों में पांच शीर्ष आतंकवादी मारे गए, जिनमें से एक प्रमुख नाम खालिद उर्फ अबु अकाशा का है।

ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए 5 प्रमुख आतंकवादियों के नाम:

  1. अबू जुंदल (Abu Jundal) – 1999 के IC-814 विमान अपहरण में शामिल और भारत में आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय।
  2. हाफिज मुहम्मद जमील (Hafiz Muhammad Jameel) – लश्कर-ए-तैयबा का वरिष्ठ कमांडर, जो कश्मीर में हमलों में शामिल था।
  3. युसुफ अजहर (Yusuf Azhar) – जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख सदस्य, जो कई आतंकवादी हमलों में शामिल था।
  4. मोहम्मद हसन (Mohammad Hasan) – लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य, जो भारत में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था।
  5. अबू अकाशा (Abu Akasha) – लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा आतंकवादी, जो जम्मू-कश्मीर में हमलों में शामिल था और अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी में भी शामिल था।

अबु अकाशा: आतंकवादी की पहचान

खालिद उर्फ अबु अकाशा पाकिस्तान का एक कुख्यात आतंकवादी था, जो भारत में मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादियों की सूची में शामिल था। वह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था और जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था। इसके अलावा, अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी करने के मामलों में भी इसका नाम जुड़ा था। अबु अकाशा का अंतिम संस्कार पाकिस्तान के फैसलाबाद शहर में किया गया, जिसमें वरिष्ठ पाकिस्तानी सेना के अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर भी शामिल हुए।

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की प्रतिक्रिया

ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत भारत ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 भारतीय नागरिकों की हत्या के बाद की थी। भारत ने इस हमले का जिम्मेदार पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों को ठहराया और 7 मई को पाकिस्तान और PoK में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए। इन हमलों में अबु अकाशा समेत पांच शीर्ष आतंकवादी मारे गए।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया

पाकिस्तान ने भारत के इस ऑपरेशन को “निराधार आक्रमण” करार दिया और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस हमले को “कायराना हमला” बताया और इसके परिणाम भुगतने की बात कही। पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारतीय वायुसेना के पांच जेट विमानों को मार गिराया और भारतीय सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। हालांकि, भारत ने इन दावों का खंडन किया और कहा कि उसके विमानों को कोई नुकसान नहीं हुआ।

अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया

ऑपरेशन सिंदूर के बाद अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने दोनों देशों से संयम बरतने और शांति की दिशा में कदम उठाने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, चीन और अन्य देशों ने दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त की है और संघर्ष विराम की आवश्यकता पर जोर दिया है।

निष्कर्ष

ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति का हिस्सा है, जिसमें पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। अबु अकाशा का मारा जाना भारत के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि वह कई आतंकवादी हमलों में शामिल था। हालांकि, पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव से क्षेत्रीय स्थिरता पर प्रश्नचिन्ह लगा है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की अपील के बावजूद, दोनों देशों के बीच शांति की दिशा में कोई ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने मारे गए आतंकवादियों के शवों का अंतिम संस्कार किया, जिसमें वरिष्ठ पाकिस्तानी सेना के अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर भी शामिल हुए। इस घटनाक्रम ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता जताई है और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को चाहिए कि वह दोनों देशों के बीच शांति की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाए और क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए प्रयासरत रहे।

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