रजत पाटीदार बनाम श्रेयस अय्यर: आईपीएल 2025 फाइनल में दो कप्तानों की कहानी

IPL 2025 Final: RCB और PBKS के कप्तानों की कहानी, रणनीति और संघर्ष का सफर
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 का फाइनल मुकाबला 3 जून को अहमदाबाद में खेला जाएगा, जहां दो ऐसी टीमें आमने-सामने होंगी जो अब तक खिताब नहीं जीत पाई हैं — रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और पंजाब किंग्स (PBKS)। इस मुकाबले में सिर्फ ट्रॉफी ही नहीं, बल्कि दो होनहार कप्तानों की रणनीति, संघर्ष और नेतृत्व की भी टक्कर होगी — रजत पाटीदार बनाम श्रेयस अय्यर।
i. कप्तान बनने का सफर और रिकॉर्ड
रजत पाटीदार के लिए यह सीजन कई मायनों में खास रहा है। पहली बार IPL में कप्तानी करते हुए उन्होंने 9 साल बाद RCB को फाइनल में पहुंचाया। इससे भी खास बात यह रही कि उनकी कप्तानी में टीम ने अपने सभी अवे (बाहर के) मैच जीते — जो IPL इतिहास में पहली बार हुआ। पाटीदार ने घरेलू टूर्नामेंट सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मध्यप्रदेश को भी फाइनल तक पहुंचाया था।
वहीं श्रेयस अय्यर का कप्तानी अनुभव काफी समृद्ध है। उन्होंने 5 साल में तीसरी फ्रेंचाइजी को फाइनल में पहुंचाया। 2020 में दिल्ली कैपिटल्स, 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स और अब 2025 में पंजाब किंग्स। अय्यर की कप्तानी में पंजाब 11 साल बाद फाइनल में पहुंचा है। IPL में अब तक अय्यर ने 86 मैचों में कप्तानी की है, जिसमें 48 बार टीम को जीत दिलाई।
ii. कप्तानी की रणनीति और व्यक्तिगत प्रदर्शन
रजत पाटीदार ने आक्रामक सोच और स्थिर संयोजन से टीम को फाइनल तक पहुंचाया। उन्होंने 2025 सीजन में 14 मैचों में 286 रन बनाए और 5 फिफ्टी जड़ी। उनकी खास बात रही पावरप्ले में अटैकिंग फील्डिंग सेटअप, जिससे विरोधी टीमों पर दबाव बना। उन्होंने इम्पैक्ट प्लेयर का सही समय पर उपयोग किया और टीम सिलेक्शन में स्थिरता रखी, जिससे खिलाड़ियों को अपने रोल स्पष्ट रूप से समझ आए। गेंदबाजी में उन्होंने जोश हेजलवुड, सुयश शर्मा और क्रुणाल पंड्या को रणनीतिक रूप से इस्तेमाल किया। साथ ही विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों के साथ सामंजस्य बनाकर ड्रेसिंग रूम का माहौल पॉजिटिव बनाए रखा।
दूसरी ओर, श्रेयस अय्यर ने परफॉर्मेंस से लीड किया। उन्होंने इस सीजन 603 रन बनाए, जिसमें 5 फिफ्टी शामिल रहीं। खास बात यह रही कि सभी फिफ्टी उन्होंने घरेलू मैदान के बाहर लगाईं। मुंबई के खिलाफ क्वालिफायर-2 में 87 रन की नाबाद पारी उनकी नेतृत्व क्षमता की मिसाल थी। कप्तानी में उन्होंने खिलाड़ियों को उनके रोल समझाए, युवा खिलाड़ियों को अवसर दिए और फील्डिंग-बॉलिंग में परिस्थिति के अनुसार बदलाव किए। जब कोलकाता के खिलाफ 111 रन बचाने थे, तब उन्होंने चहल का बेहतरीन उपयोग कर मैच जिता दिया।
iii. एक्सपर्ट्स की राय और ओवरऑल इम्पैक्ट
रजत पाटीदार के बारे में RCB के मेंटर दिनेश कार्तिक कहते हैं, “रजत मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी सीख बन गए हैं। वे पावर मिलने के बाद भी नहीं बदले, जो आज की क्रिकेट में दुर्लभ है।” कोच संजय बांगर ने उनकी कप्तानी को “सटीक और बैलेंस्ड” बताया, वहीं सुनील गावस्कर ने कहा, “अब टीम को जीतने की ज़रूरतें समझ आ गई हैं।” 28 टी-20 मैचों में पाटीदार की कप्तानी का सक्सेस रेट 75% रहा, जो उनकी रणनीति और लीडरशिप की पुष्टि करता है।
श्रेयस अय्यर के बारे में कोच रिकी पोंटिंग ने कहा, “श्रेयस ने टीम को एकजुट किया और टॉप-2 में पहुंचाया।” वहीं रॉबिन उथप्पा ने उनकी कप्तानी को “दिशा देने वाली” बताया। मैथ्यू हेडन के मुताबिक, “श्रेयस को मैच सिचुएशन का पहले से अंदाज़ा हो जाता है, जो उन्हें अन्य कप्तानों से अलग बनाता है।” 2025 सीजन की शुरुआत से पहले अय्यर को ₹26.75 करोड़ में खरीदा गया था, जिससे वे IPL इतिहास के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए। उन्होंने इस निवेश को कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों में सही साबित किया।
निष्कर्ष: कौन बनेगा चैंपियन?
RCB और PBKS दोनों की यह पहली ट्रॉफी हो सकती है। एक तरफ पहली बार कप्तानी कर रहे रजत पाटीदार हैं, जिन्होंने रणनीति, सादगी और आत्मविश्वास से टीम को जीत की राह दिखाई। वहीं दूसरी ओर अनुभवी श्रेयस अय्यर हैं, जो अपनी शांत नेतृत्व शैली, परिपक्व रणनीति और बेमिसाल बल्लेबाजी से टीम को फाइनल तक लाए हैं।
इस फाइनल में सिर्फ एक टीम जीत की ट्रॉफी उठाएगी, लेकिन क्रिकेट फैंस को एक और चीज़ की उम्मीद है — एक ऐसा मैच, जो IPL इतिहास में यादगार बन जाए। चाहे RCB 17 साल का इंतजार खत्म करे या पंजाब 11 साल की प्यास बुझाए, जीत क्रिकेट और कप्तानी के जज्बे की ही होगी।