‘ज़रूर’ के कामयाब एक साल बाद, c एक बार फिर प्यार भरे गाने ‘लफ़्ज़ां’ के साथ लौटे

राष्ट्रीय, 30 मई 2025: ‘ज़रूर’ के सुपर डुपर हिट होने के बाद, बहुगुणी सिंगर और एक्टर अपारशक्ति खुराना दिलों को छूने के लिए एक बार फिर लौट आए हैं, और इस बार वो लेकर आए हैं अपना नया गाना ‘लफ़्ज़ां’। यह दिल में उतर जाने वाला गाना उन सभी बातों के बारे में है जो हम कहना तो चाहते हैं, लेकिन कभी कह नहीं पाते। यह एक निजी, यादगार और भावुक गीत है, जो चुप्पी, प्यार और अनकहे जज़्बातों को समर्पित है।

ठीक एक साल पहले आए उनके पसंदीदा गाने ‘ज़रूर’ के बाद, ‘लफ़्ज़ां’ उसी इमोशनल सच्चाई और अपारशक्ति की बतौर गायक-गीतकार के सुनहरे सफर की अगली कड़ी है।

अपनी खास नरम आवाज़ के अंदाज़ में, अपारशक्ति एक बार फिर उन जज़्बातों को ज़िंदा करते हैं जो अकसर देर रात हमें महसूस होते हैं, लेकिन शब्दों में कह नहीं पाते। जुदाई के एहसास को बयां करता यह गाना उन जज्बातों को बयां करता है जो हम प्यार और तड़प के दौरान कह नहीं पाते।

अपारशक्ति और उभरते कलाकार विश्व धालीवाल के साथ मिलकर बना यह गाना, मीर देसाई द्वारा प्रोड्यूस किया गया है। इसकी खूबसूरत धुन में एक मॉडर्न बैलड स्टाइल की मेलोडी और हल्की देसी मिठास का ऐसा संगम है, जो मन को एक नरम और मनमोहक झूमते एहसास से भर देता है। ये गाना एक संगीत में लिपटा प्यार भरा ख़त है, जो दिखाता है कि जब जज़्बात इतने गहरे हो जाते हैं कि उन्हें शब्दों में कहना मुश्किल हो जाए, तो वो संगीत के ज़रिए बहते हैं।

गाने के बारे में बात करते हुए अपारशक्ति खुराना बताते हैं कि,“ज़रूर के लिए मुझे जितना प्यार मिला, उससे मैं बहुत आभारी हूं। मुझे बेहद खुशी है कि इतने लोगों ने उस गाने से खुद को जोड़कर देखा। इसी तरह, ‘लफ़्ज़ां’ भी मेरे दिल के बहुत करीब है। मैं हमेशा ऐसे गाने बनाना चाहता हूं जो सच्चे एहसासों से जुड़े हों। ये गाना उस प्यार के बारे में है, जो तब भी साथ रहता है जब कहने को कुछ नहीं बचता। मैं हमेशा उस म्यूज़िक में यकीन रखता हूं जो दिल से जुड़ता है। ‘लफ़्ज़ां’ के ज़रिए मेरी यही उम्मीद है कि लोग ये महसूस करें कि प्यार को ज़रूरी नहीं कि ज़ोर से जताया जाए। कभी-कभी वो चुप्पी में भी होता है, उन ‘लफ़्ज़ों’ में जो हम कभी कह ही नहीं पाते।”

‘लफ़्ज़ां’ उन 2 बजे रात वाले ख़यालों के लिए बिल्कुल परफेक्ट है जिन्हें हम शब्दों में बयां नहीं कर पाते, या फिर कहें कि लंबी रात की ड्राइव्स हो या आराम परस्त संडे मॉर्निंग्स उन सभी में रंग भर देने के लिए काफी है। ये गाना अपनी शायरी जैसी गहराई और सुकून देने वाले एहसास के साथ धीरे-धीरे दिल में उतर जाता है।

अपारशक्ति खुराना का लफ़्ज़ां यहाँ सुनें – http://SMI.lnk.to/Lafzaan

Share This Post

2 thoughts on “‘ज़रूर’ के कामयाब एक साल बाद, c एक बार फिर प्यार भरे गाने ‘लफ़्ज़ां’ के साथ लौटे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *