दिल्ली एनसीआर में बार-बार भूकंप के झटके अनहोनी के संकेत तो नहीं

दिल्ली एनसीआर में बार-बार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे है. जिसे किसी अनहोनी से जोड़कर देखा जा रहा है. दिल्ली एनसीआर दो हफ्ते में दूसरी बार भूकंप के झटकों से कांपा हैं. आखिर दिल्ली-एनसीआर में बार-बार भूकंप के झटके क्यों महसूस हो रहे हैं? इनके पीछे की वजह क्या है? राष्‍ट्रीय भूकंप केंद्र ने बताया है कि फ़रीदाबाद में आए भूकंप की तीव्रता रिक्‍टर पैमाने पर 3.1 मापी गई. इसका केंद्र दिल्‍ली की सीमा से सटा हुआ है और भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर था.

  • भूकंप की तीव्रता रिक्‍टर पैमाने पर 3.1 मापी गई
  • भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किमी. की गहराई पर था
  • इसका केंद्र हरियाणा के फरीदाबाद में था

फरीदाबाद में था एपिसेंटर 

राष्‍ट्रीय भूकंप केंद्र ने बताया कि स्‍थानीय समय के अनुसार दोपहर बाद लगभग 4:08 बजे भूकंप आया. इसकी तीव्रता रिक्‍टर पैमाने पर 3.1 मापी गई। इसका केंद्र हरियाणा के फरीदाबाद में था जो दिल्‍ली की सीमा से सटा हुआ है. भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर था.

कुछ दिन पहले भी राष्‍ट्रीय राजधानी, उत्‍तर प्रदेश और उत्‍तराखंड में भूकंप आया था. उस समय भूकंप का केंद्र नेपाल था. नेपाल में भूकंप का जोरदार झटका महसूस किया गया. रिक्‍टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.2 मापी गई थी.

सिस्मिक जोन-4 में है दिल्लीएनसीआर

दिल्ली-एनसीआर सिस्मिक जोन-4 में आता है. ये भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील होता है. दिल्ली-एनसीआर सोहना फॉल्ट लाइन, मथुरा फॉल्ट लाइन और दिल्ली-मुरादाबाद फॉल्ट लाइन पर मौजूद है. धरती के अंदर यहां लगातार हलचल होती रहती है. यही कारण है कि इस इलाके में बार-बार भूकंप के झटके महसूस होते हैं.

बारबार भूकंप आना कोई बड़े खतरे का संकेत?

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के विशेषज्ञों का मानना है कि बार-बार छोटे भूकंप के आने के कारण धरती के अंदर की गर्मी बाहर निकल जाती है. ऐसे में यहां बड़े पैमाने पर नुकसान की कोई आशंका नहीं होती है.

पिछले कुछ वक्त से दिल्ली-एनसीआर में छोटे और मध्यम झटके लगातार महसूस किए गए हैं. हिमालय के क्षेत्र के करीब होने के कारण भी राष्ट्रीय राजधानी में भूकंप के झटके आते रहे हैं.  राजधानी दिल्ली में घनी आबादी है इसलिए यहां बड़े भूकंप की कल्पना से लोग डर जाते है. लेकिन विशेषज्ञ फिलहाल किसी ऐसी आशंका से इनकार करते रहे हैं और किसी अनहोनी के संकेत को सिरे से खारिज कर रहे हैं.

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