आर्य बोर्से–अर्जुन बाबूता जोड़ी ने बर्लिन में चीन को 17–7 से मात देकर 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम वर्ल्ड कप गोल्ड जीता

बर्लिन में भारत का शानदार प्रदर्शन
शनिवार, 14 जून 2025 को, भारतीय निशानेबाज़ आर्य बोरसे और अर्जुन बाबूता की जोड़ी ने ISSF वर्ल्ड कप के 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम इवेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। इन्होंने फाइनल में चीनी ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियंस ज़ेफई वांग और लिआओ शेंग को निर्णायक 17–7 के अंतर से हराया ।
फाइनल का रोमांच
यह मुकाबला पूरी तरह से भारतीय जोड़ी का जलवा था। उन्होंने शुरुआती दो सीरीज में चीन को 2-0 से हार के निशाने पर ला दिया, लेकिन उसके बाद लगातार दबदबा बनाकर 13-3 की मजबूत बढ़त हासिल कर ली। अंततः 17–7 की जीत के साथ India ने स्वर्ण अपने नाम किया ।
प्रमुख तथ्य:
- भारत ने फाइनल में 18 शॉट्स में 10.5 या उससे अधिक स्कोर 18 बार किया, जबकि चीन की जोड़ी केवल 12 बार ऐसी उच्च स्कोरिंग कर पाई ।
- क्वालिफिकेशन में भारत की जोड़ी ने 317.7 (बाबूता) + 317.5 (बोरसे) = कुल 635.2 अंक प्राप्त किए, जो विश्व रिकॉर्ड जोड़ी चीन के 635.9 से सिर्फ 0.7 अंक पीछे थे ।
🏅 पदक तालिका में भारत की स्थिति
इस एक स्वर्ण पदक ने नहीं, बल्कि पूरे वर्ल्ड कप में भारत ने चार पदकों के साथ खासी उपस्थिति दर्ज की—दो स्वर्ण और दो कांस्य पदक।
भारत की वर्ल्ड कप पदक सूची (म्यूनिख):
- 🥇 10m एयर राइफल मिक्स्ड टीम: आर्य बोरसे + अर्जुन बाबूता
- 🥇 10m एयर पिस्टल (महिला): सुरुचि सिंह
- 🥉 50m राइफल 3 पोजीशन (महिला): सिफ्त कौर समरा
- 🥉 10m एयर राइफल (महिला): एलावेनिल वलारिवन
इसके साथ भारत ने पदक तालिका में तीसरा स्थान हासिल किया—1) चीन (3 स्वर्ण, 1 रजत, 2 कांस्य), 2) नॉर्वे (2 स्वर्ण, 1 रजत, 1 कांस्य), और 3) भारत ।
प्रतिभाओं पर करीब से नज़र
आर्य बोरसे (नासिक, महाराष्ट्र, जन्म 2 दिसंबर 2002) ने इस वर्ष पहले लिमा व ब्यूएन्स आयर्स वर्ल्ड कप में रुद्राक्ष पाटिल के साथ मिलकर मिक्स्ड टीम में रजत पदक जीता था । उनका अनुभव और आत्मविश्वास इस जीत की कुंजी रहे।
अर्जुन बाबूता (जन्म 24 जनवरी 1999, पंजाब) ने पेरिस 2024 ओलंपिक में 10m एयर राइफल फाइनल में चौथा स्थान हासिल किया था, इस स्वर्ण पदक ने उनके लिए आत्मबल को और मजबूत किया ।
रणनीति और मानसिक मजबूती
अर्जुन ने मीडिया से कहा कि उन्होंने फाइनल को एक व्यक्तिगत इवेंट की तरह मानसिक रूप से तैयार किया, ताकि टीम के लंबे प्रारूप का दबाव टाला जा सके ।
उन्होंने बताया कि फाइनल में 30–30 शॉट्स की छोटी लेकिन चुस्त स्पर्धा होती है, जहाँ हर गोली मायने रखती है – इसलिए शॉट की मानसिक तैयारी ज़रूरी थी।
मिक्स्ड टीम का भविष्य
ISSF ने 2026 से मिक्स्ड टीम स्पर्धा के फॉर्मेट में बदलाव की घोषणा की है, जिसमें एक नई एलिमिनेशन प्रणाली लागू हो सकती है । भारत की यह जीत संभावित नए फॉर्मेट के लिए एक मजबूत इशारा है कि टीम में गहराई और रणनीतिक समझ दोनों मौजूद हैं।
अगली चुनौतियाँ और दृष्टिकोण
वर्ल्ड कप के अगले चरण 2025 के सितंबर में चीन के निंगबो में होने वाले हैं । यहाँ भारत की मिक्स्ड टीम की रणनीति और अनुभव और भी परखा जाएगा।
निष्कर्ष
- प्रदर्शन: भारत की जोड़ी ने शानदार तरीके से चीन की शीर्ष टीम को हराया।
- पदक तालिका: दो स्वर्ण व दो कांस्य रेखांकित करते हैं भारत की उभरती हुई ताकत।
- मानसिक मजबूती: फाइनल में व्यक्तिगत मानसिकता और रणनीति में स्पष्ट सुधार देखा गया।
- क्षेत्रीय तैयारी: मिक्स्ड टीम स्पर्धा में भारत का भविष्य उज्जवल दिखता है, खासकर नया फॉर्मेट शुरू होने पर।
इस जीत ने भारतीय निशानेबाज़ी को एक नया आत्मविश्वास दिया है—खासतौर से मिक्स्ड टीम इवेंट में विकास और सफलता के संकेत मिल रहे हैं। आगे निंगबो जैसे चुनौतीपूर्ण चरणों में यह जोड़ी और टीम कैसे प्रदर्शन करती है, इसे लेकर उत्सुकता बनी रहेगी।