आईआईएफएल समस्ता बॉन्ड्स ने 10.50 प्रतिशत रिटर्न पेश किया; 1,000 करोड़ रु. तक की पूंजी जुटाना है उद्देश्य 

जयपुर:भारत की सबसे बड़ी नॉन-बैंकिंग माईक्रोफाईनेंस कंपनियों (एनबीएफसी-एमएफआई) में से एक, आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस व्यावसायिक वृद्धि के लिए सिक्योर्ड बॉन्ड्स के अपने पहले पब्लिक इश्यू की मदद से 1,000 करोड़ रु. तक की पूंजी जुटाएगा। ये बॉन्ड अत्यधिक सुरक्षा के साथ 10.50 प्रतिशत तक का रिटर्न प्रदान करेंगे। ये इश्यू अभी मिल रहे हैं, और शुक्रवार, 15 दिसंबर, 2023 तक मिलेंगे।

आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस ने 200 करोड़ रु. के बॉन्ड्स जारी किए हैं, और उसके पास 800 करोड़ रु. तक के ओवर-सब्सक्रिप्शन (कुल मिलाकर 1,000 करोड़ रु.) बनाए रखने के लिए ग्रीन-शू विकल्प भी है। आईआईएफएल समस्ता बॉन्ड 60 महीने की अवधि के लिए 10.50 प्रतिशत प्रतिवर्ष की सर्वाधिक कूपन दर प्रदान करते हैं। ये एनसीडी 24 महीने, 36 महीने और 60 महीने की अवधि के लिए उपलब्ध हैं। ब्याज के भुगतान की फ्रीक्वेंसी हर सीरीज़ के लिए मासिक और वार्षिक आधार पर उपलब्ध होगी।

इसकी क्रेडिट रेटिंग क्रिसिल रेटिंग्स लिमिटेड द्वारा क्रिसिल एए-/पॉज़िटिव और एक्विटी रेटिंग्स एंड रिसर्च लिमिटेड द्वारा एक्विटी एए। स्टेबल है, जिससे प्रदर्शित होता है कि ये इंस्ट्रूमेंट अत्यधिक सुरक्षित माने जाते हैं, और बहुत कम क्रेडिट रिस्क के साथ वित्तीय दायित्वों की समय पर सर्विसिंग प्रदान करते हैं। आईआईएफएल समस्ता को इस माह क्रिसिल द्वारा ‘स्टेबल’ से ‘पॉज़िटिव’ रेटिंग में अपग्रेड किया गया है।

आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस के होल टाइम डायरेक्टर और सीआईओ, श्री शिव प्रकाश डी ने कहा, ‘‘आईआईएफएल समस्ता अपनी 1,500 शाखाओं के द्वारा पूरे भारत में मजबूत स्थिति में मौजूद है। यह सेवाओं की कमी वाले और उनसे वंचित लोगों की क्रेडिट की जरूरतों को पूरा करता है, जो मुख्यतः अपने विस्तृत पोर्टफोलियो के साथ वंचित पृष्ठभूमि की महिला उद्यमियों पर केंद्रित है। इन बॉन्ड्स की मदद से एकत्रित किए गए फंड का उपयोग इन ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने और व्यावसायिक वृद्धि लाने के लिए किया जाएगा।’’

आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस उन महिलाओं को किफायती और अभिनव वित्तीय उत्पाद प्रदान करता है, जो सदस्यों के रूप में पंजीकृत होती हैं, और समाज के वंचित वर्गों से संयुक्त दायित्व समूह में नियोजित होती हैं। इनमें भारत के ग्रामीण, अर्द्धशहरी और शहरी इलाकों से किसान, कृषि मजदूर, सब्जी और फल विक्रेता, कपड़ा व्यापारी, दर्जी, शिल्पकार, और गृहणियाँ एवं औद्योगिक मजदूर आते हैं।

आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस के पास सितंबर, 2023 के अंत में 12,196 करोड़ रु. के लोन एस्सेट अंडर मैनेजमेंट थे, और वित्तवर्ष 2024 के पहले छः महीनों में इसने 233 करोड़ रु. का लाभ दर्ज किया है। आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस के पास पूरे देश में 1,485 शाखाओं का विस्तृत नेटवर्क है, जिसमें 14,286 कर्मचारी काम करते हैं। आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस ने पिछले सालों में लगातार एनपीए को कम बनाकर रखा है, और यह अच्छी क्वालिटी एस्सेट पर ध्यान केंद्रित करता रहा है। 30 सितंबर, 2023 को इसके पास लोन बुक 2.11 प्रतिशत के सकल एनपीए और 0.57 प्रतिशत नेट एनपीए थे।

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