बदला-बदला सा नजर आने लगा है नाथूपुर स्कूल का भवन, अब साफ सुथरे और सुविधापूर्ण वातावरण में मिलेगी शिक्षा

– नारायण हेल्थ ने नाथूपुर स्कूल में छात्रों के स्वास्थ्य में बदलाव के लिए करवाया जीर्णोद्धार
गुरुग्राम, 02 मई, 2025। क्लीन टॉयलेट सेफ वॉटर और सेहतमंद कल अब सिरिस रोड, डीएलएफ फेज-3, नाथूपुर, गुरुग्राम, हरियाणा के राजकीय सीनियर सेकेण्डरी स्कूल में देखने को मिल रहा है और यह नारायण हेल्थ और एननोबल के मिले जुले प्रयास से संभव हो सका है।
इस विद्यालय का भवन जो कभी जीर्ण-शीर्ण अवस्था मे हुआ करता था, टूटे हुए टॉयलेट, दीवारों का उखड़ा हुआ प्लास्टर ऐसी स्थित में स्कूल के बच्चों का जीवन पढ़ाई के दौरान काफी कठिन हो रहा था। इस बदलाव के बाद अब यह भवन न केवल आकर्षक अपितु सुविधा सम्पन्न और एक शानदार कैम्पस का रूप ले चुका है।
यह बदलाव आपसी सहयोग के ज़रिए आता है, जो इस एक इस विश्वास पर आधारित है कि हर बच्चे को स्वच्छ, सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में बड़ा होने का हक है। यह समझते हुए कि गुरुग्राम में बाल विवाह की दर काफी अधिक साथ ही लोग अपनी लड़कियों को स्कूल में महज इसीलिए नहीं भेजना चाहते कि वहां पर सीमित स्वच्छता होती ऐसे हालात को देखते हुए इस प्रकार के इनिशिएटिव जरूरी हो गए था। इस पहल से अब केवल लड़कियों का स्कूल के प्रति रूझान बढ़ेगा बल्कि वे सशक्त भी हो सकेंगी।
एनुअल स्टेटस ऑफ एज्यूकेशन रिपोर्ट (एएसईआर) के अनुसार, इसी तरह के क्षेत्रों में अपर्याप्त इन्फ्रास्ट्रक्चर, और सामाजिक-आर्थिक दबावों से जूझती बालिकाओं के बीच स्कूल छोड़ने की दर चिंताजनक है। एक स्वागत योग्य और स्वच्छ स्कूल वातावरण बनाकर, कार्यक्रम का उद्देश्य परिवारों को अपनी बेटियों को स्कूल में रहने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे दीर्घकालिक कम्यूनिटी ट्रांसफॉरमेशन और अधिक जेण्डर इक्वलिटी को बढ़ावा मिले।
स्वास्थ्य और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करना, जहां यह सबसे ज़्यादा मायने रखता है
स्कूल के पुराने सेनिटेशन ब्लॉक, क्षतिग्रस्त भवन, अंधेरे और असुरक्षित कमरों को पूरी तरह से फिर से बनाया गया है। नई प्लास्टरिंग, टाइलिंग, प्लंबिंग, दरवाज़े और पूरी तरह से काम करने वाले शौचालय और यूरिनल पॉट अब छात्रों, विशेष रूप से किशोर लड़कियों को वह गोपनीयता और स्वच्छता प्रदान करते हैं जिसकी उन्हें सब समय ज़रूरत रहती है।
हवा की गुणवत्ता और विजेबिलेटी में सुधार के लिए लाइटिंग और एग्जॉस्ट पंखे लगाए गए हैं ये छोटे-छोटे बदलाव छात्रों के आराम और आत्मविश्वास में महत्वपूर्ण बदलाव लाते हैं। पीने के पानी तक पहंुचना, जो कभी रोज़ाना की समस्या हुआ करती थी, अब एक समर्पित वाटर टर्फ और प्लंबिंग के साथ समाप्त हो गई है जो पूरे स्कूल के दिन सुरक्षित हाइड्रेशन सुनिश्चित करती है। इन ज़रूरी अपग्रेड के अलावा, कैंपस को एक बहुत ज़रूरी नया रूप मिला है दरारों की मरम्मत, पेंट के नए कोट और खुशनुमा कलाकृति ने जगह में नई जान फूंक दी है। इसका नतीजा एक आकर्षक और गरिमापूर्ण सीखने का माहौल है जिसका अनुभव हर बच्चा हर दिन करने का हकदार है।
नवीनीकृत विद्यालय परिसर के उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए, नारायण हेल्थ के निदेशक डॉ. अजय कोहली ने कहा ‘‘हमारा हमेशा से मानना रहा है कि स्वास्थ्य की शुरुआत अस्पताल दायरों से कहीं बाहरह होती है। इसकी शुरुआत स्वच्छ पानी, सुरक्षित स्वच्छता और रोज़मर्रा की ज़िंदगी में गरिमा से होती है। यह परियोजना युवा जीवन तक पहुंचने का हमारा तरीका है, जहाँ से अच्छी स्वास्थ्य आदतें वास्तव में शुरू होती हैं।‘‘
इस अवसर पर नारायण हेल्थ के सीएसआर प्रमुख अंकित श्रीमाली ने कहा ‘‘नारायण हेल्थ में, हम हैल्थियर कम्यूनिटी को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं। इस तरह का समर्थन करके हमारा मकसद बच्चों में स्वास्थ्य और स्वच्छता की आदतों को विकसित करना है। यह प्रिटेंटिव केयर के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है, विशेष रूप से बाल चिकित्सा में, ताकि अगली पीढ़ी के लिए एक स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित हो सके।‘‘
इस बदलाव के बारे में एननोबल के सीईओ चिराग भण्डारी ने इस भावना को दोहराया कि ‘‘स्वास्थ्य और शिक्षा ऐसे दो रास्ते हैं जो एक दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं। हमने खुद देखा है कि कैसे वर्किंग टॉयलेट या स्वच्छ पानी तक पहुंच जैसी बुनियादी चीजें बच्चे के स्कूल के अनुभव को बदल सकती हैं। यह उपस्थिति, आत्मविश्वास और कल्याण को प्रभावित करती है। हमें नारायण हेल्थ के साथ साझेदारी करने पर गर्व है, जिसकी कम्यूनिटी वेलबिइंग के प्रति प्रतिबद्धता ने इस बदलाव को संभव बनाया है।‘‘