नाटक ‘पर्दा उठने से पहले’ ने दर्शकों को खूब गुदगुदाया…
संगीत नाटक अकादमी के बाल्मीकी रंगशाला में नाटक का मंचन…
लखनऊ : उ.प्र. संगीत नाटक अकादमी की रसमंच योजना के अन्तर्गत अवध कम्बाइन्ड नाट्य एकेडमी उत्तर प्रदेश, लखनऊ की रंगमण्डल प्रस्तुति में राजेन्द्र कुमार शर्मा के लेखन व इमरान खान के परिकल्पना व निर्देशन में हास्य नाटक पर्दा उठने से पहले का मंचन बाल्मीकि रंगशाला प्रेक्षागृह में किया गया।
हंसी ठहाकों से भरपूर हास्य की चाशनी में डूबा नाटक देखा जाये तो कुछ सच का संदेश देता है, लगभग सभी नाटककारों के निजी जीवन में परेशानियां है खासकर वो जो नौकरी के साथ-साथ रंगमंच से जुड़े है। क्योंकि वो अपनी नौकरी के बाद बिताये जाने वाले समय को नाटक और रिहर्सल में बिताते है। ऐसे ही इस नाटक के मुख्य पात्र अनिल जो नौकरी के साथ-साथ रंगमंच भी करता है वो नाटक का हीरो और निर्देशक है अनिल की पत्नी शीला बहुत परेशान रहती है। अनिल नाटक की रिहर्सल की वजह से घर देर से आता है उधर शीला रोज-रोज अनिल के इन्तजार में गुस्सा होती रहती है, अनिल के आते ही उस पर बरस पड़ती हैं। मैं बाज आयी तुम्हारे नाटक और तुम्हारी रिहर्सल से अनिल भी परेशान रहता है कि नाटक की हिरोइन वीना जवाब दे रही है और उसे नाटक भी तैयार करना है तभी शीला से नोंक.झोंक के बीच बातों बातों में अपनी पत्नी को नाटक की हिरोइन के लिए मना लेता है। घर पर दोनों रिहर्सल शुरू करते हैं इस बीच उसके दोस्त व पड़ोसी मित्र मक्खन लाल, अमित, सुब्रहमनयम, पिंडीदास जैसे लोग रिहर्सल में व्यवधान डालते है। रिहर्सल के दौरान ही नाटक की हिरोइन वीना वापस आ जाती है तो अनिल छुपाते हुए अपने अफसर की पत्नी बता देता है अनिल की पत्नी जब जान जाती है तो दोनों में बहुत तकरार होती है। वीना शीला के मुंह से अपनी बुराई सुन कर वापस चली जाती है। अनिल फिर से निराश होकर बैठ जाता है शीला कहती है कि मेरे जीते जी अब ये नाटक नहीं होगा। नाटक में अहम भूमिका राधिका वर्मा, किशोर शर्मा, अमर पाठक, आरसी गुप्ता, सत्यनरायन, सिद्धान्त सिंह, स्नेहा रस्तोगी और सपना सिंह ने निभाई।