इन्तजार की घड़ियां खत्म जल्द ही ४ जी सेवायें उपलब्ध कराएगा बी.एस.एन.एल-मुख्य महाप्रबंधक …
लखनऊ : भारत सरकार की महत्वाकांक्षी मेक इन इंडिया योजना के अंतर्गत ४ जी सेवाएं बीएसएनएल के उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराने की इंतजार की घड़ी समाप्त होने को है। इस कम में प्रधानमंत्री एव संचार मंत्री के अथक प्रयासों और कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में सी-डॉट एवं टी.सी.एस. के द्धारा विकसित एवं उत्पादित उपकरण बी.एस.एन.एल. के उत्तर प्रदेश पूर्वी परिमंडल में आने शुरू हो गए हैं जिनकी पहली खेप अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी, सीतापुर आदि जगहों पर पहुँच भी गयी है। आयोजित प्रेस वार्ता में जानकारी साझा करते हुए मुख्य महाप्रबन्धक उत्तर प्रदेश (पूर्वी) दूरसंचार परिमंडल राजेश कुमार सोनी ने जानकारी दी ! उन्होंने कहा मै हर्ष के साथ बताना चाह रहा हूँ कि उत्तर प्रदेश (पूर्वी) परिमंडल के उत्तरी जोन के सभी परिमंडलों से कहीं अधिक ४ जी के BTS की पहली किश्त उपलब्ध करायी गयी है जिनकी संख्या ८०० है तथा जिनको लगाने का काम टी.सी.एस. के द्धारा जल्द ही शुरू हो जाएगा। ४ जी मोबाइल के मिनी डीसी उपकरण लखनऊ में भी लग रहे हैं। जो पूरे उत्तर प्रदेश पूर्वी परिमंडल की सेवाओं के लिए हैं और वे १० दिन में पहुँच जाएगा। बी.एस.एन.एल. उत्तर प्रदेश पूर्वी परिमंडल में वर्तमान में लगभग ६००० मोबाइल टावर काम कर रहे हैं जिनके पूर्णतः ४ जी में वर्ष २०२४ के अन्त तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही ५०० नये BTS भी लगाये जाएंगे।
उन्होंने कहा यह बताने में बहुत खुशी हो रही है कि बी.एस.एन.एल. इसी क्रम में भारत सरकार के महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत ऐसे गाँवों में जहाँ अभी तक किसी भी मोबाइल ऑपरेटर का सिग्नल नहीं मिल रहा है नये मोबाइल टावर लगाकर ४ जी की सेवाएं उपलब्ध कराएगा जिसका कार्य काफी प्रगति पर है और उत्तर प्रदेश पूर्वी परिमंडल में वर्तमान में ९७ टावर लगाने थे उनमें से ५८ टावर लगाने का कार्य हमने पूर्ण कर लिया है जिससे १०३ अनाच्छादित गाँवों में ४ जी सेवाएं मिल सकेगीं।
परिवर्तन ही संसार का नियम है। इसी कम में बी.एस.एन.एल के पास कॉपर कार्यरत लैंडलाइन टेलीफोन नंबरों को भी वर्तमान में उपलब्ध नई टेक्नोलॉजी एफटीटीएच में परिवर्तन का संकल्प मुख्यालय नई दिल्ली ने संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के मार्गदर्शन में करने के लिए दृढ़संकल्प है। इसके लिए सभी लैंडलाइन नंबरों को फाइबर में बदलने के लिए इस महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रहा है तथा इसमें हमारे सम्मानीय उपभोक्तओं को किसी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क देने की जरूरत नहीं होगी। वर्तमान में हमारे लगभग ४६००० लैंडलाइन नंबर कार्य कर रहे हैं।एफटीटीएच में परिवर्तित नंबरों का किराया ग्रामीण क्षेत्रों में रु0 २४९/- तथा शहरी क्षेत्रों में २९९रु- रहेगा। मुझे और भी ज्यादा हर्ष हो रहा है कि एफटीटीएच सेवाओं को को रेवेन्यू शेयर बेसिस पर नये उद्यमियों को अपने साथ जोडकर रोजगार के अवसर भी प्रदान ओटीपी के माध्यम से बदलना कर रहा है और वर्तमान में उत्तर प्रदेश पूर्वी परिमंडल कार्यालय में लगभग ५५० उद्यमी भी है। इसी तरह जिन उपभोक्ताजों कार्य कर रहे हैं। नया टिप बनाने के लिए बीए /ओए प्रमुख कार्यालय से सम्पर्क किया जा सकता है।