आखिर क्या है भारत के 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सच
भारत 4 ट्रिलियन USA डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य पार कर चुका है. पर अभी तक केंद्र सरकार या भारतीय रिजर्व बैंक ने अभी तक कोई पुष्टि नहीं की है और इस बारे में कुछ नहीं कहा है. सोशल मीडिया पोस्ट पर उद्योगपति गौतम अडानी ,महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, सहित कुछ बड़े नेताओं ने यह दावा किया है हुए इसे लेकर सोशल मीडिया पर शेयर किया है .
राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (NSO) हर तिमाही में भारतीय जीडीपी की गणना करता है. जुलाई-सितंबर तिमाही का डाटा 30 नवंबर को आएगा. अप्रैल-जून तिमाही के आंकड़ों के अनुसार, रियल जीडीपी 40.37 लाख करोड़ बताई गई थी. यह इस साल 7.8 फीसद की दर से बढ़ रही है. इसके साथ ही नॉमिनल जीडीपी करेंट प्राइसेस पर , का आंकड़ा 70.67 लाख करोड़ बताया गया था.
कुछ समय पहले इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड ने मजबूत मांग के कारण भारत के लिए अपना 2023-24 का जीडीपी अनुमान बढ़ाकर 6.3% कर दिया था, आईएमएफ ने अपने वार्षिक प्रकाशन वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में कहा, भारत में विकास दर 2023 और 2024 दोनों में 6.3% रहने का अनुमान है, जोकि अन्य दूसरे बड़े अर्थवयवस्था वाले देशो से काफी बेहतर है .
अभी दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था वाला देश जर्मनी है और भारत और इसके बीच का फासला बेहद कम हो चुका है, उम्मीद है जल्द ही भारत जर्मनी को पछाड़ कर चौथी सबसे बड़ी अर्थवयवस्था वाला देश बन जायेगा . सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है. वहीं अमेरिका अभी पहले नंबर पर है, जिसकी अर्थव्यवस्था की साइज 26.7 ट्रिलियन डॉलर है. दूसरे नंबर पर चीन है जिसकी अर्थव्यवस्था का साइज़ 19.24 ट्रिलियन डॉलर है. जापान 4.39 ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरे नंबर पर है. जर्मनी इस मामले में चौथे नंबर पर है जिसकी अर्थव्यस्था कुल 4.28 ट्रिलियन डॉलर की है.
वैसे इस बात में कोई शक नहीं है की भारत की अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से आगे बढ़ी है और भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। भारत की जीडीपी में पिछले कुछ वर्षों में लगातार वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को साल 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. अब देखना ये है की हमारा देश इस उपलब्धि को कितनी जल्दी हासिल कर लेगा .