कोरोना के  JN.1 वैरिएंट को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने की अहम् बैठक

भारत में एक बार फिर से कोरोना महामारी पैर पसार रहा है। कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 से लोगों में डर पैदा कर दिया है। इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को कोरोना के बढ़ते केसों और सांस लेने संबंधी बीमार लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्यों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की।

बैठक में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों, अधिकारी शामिल हुए। जिसमे  स्वास्थ्य सुविधाओं और तैयारियों के साथ ही संक्रमण की रोकथाम के उपायों पर चर्चा की गई।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा, ‘यह एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने का समय है। साथ ही संपूर्ण सरकार दृष्टिकोण के साथ मिलकर काम करने का समय है। हमें अलर्ट रहने की जरूरत है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है।’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 मरीजों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान करने और अस्पतालों में आइसोलेशन वॉर्ड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 का पहला मामला आठ दिसंबर को केरल में मिला था। 79 साल की एक बुजुर्ग महिला में ये संक्रमण पाया गया था।देशभर में कुल 341 कोरोना वयरस के नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 292 मामले केरल से हैं। इसी के साथ केरल में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 2041 हो गया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO )  ने कोरोना के  नए वैरिएंट को लेकर  एडवाइजरी जारी किये है , कोरोना का नया वैरिएंट JN.1 ने अब तक अमेरिका, यूरोप , एशिया समेत करीब 40  देशों में यह पांव पसार चुका है । 

 इसमें लक्षण के तौर पर गले में खराश, सिरदर्द, नाक बहना और बुखार लक्षण देखे  जा रहे हैं, कुछ मरीजों को गेस्ट्रो से संबंधित लक्षण भी देखने को मिल रहे हैं और कुछ रोगियों में सांस लेने की समस्या भी सामने आ रही है.

 इस समय एतिहात के तौर पर मास्क लगाना चाहिए , इसके अलावा लोगों को भीड़ भाड़ वाले इलाकों से दूर रहने के  साथ ही कोविड प्रोटोकॉल पालन करने से इस वैरिएंट से बचाव संभव हो सकता है।

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