अयोध्या में ‘मिशन महिला सारथी का मुख्यमंत्री ने किया शुभारम्भ…
अयोध्या : मुख्यमंत्री ‘मिशन महिला सारथी’ का शुभारम्भ करने के पश्चात मुख्यमंत्री ने 51 साधारण बी एस टप् बसों को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना…
भारतीय समाज ने इस मान्यता को प्रमुखता के साथ आगे बढ़ाया है कि जिस समाज में नारी का सम्मान तथा गरिमा की रक्षा होगी, वह समाज सशक्त व आत्मनिर्भर बनेगा। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से प्रदेश सरकार शारदीय नवरात्रि की प्रथम तिथि से नारी गरिमा की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के लिए मिशन शक्ति के चतुर्थ चरण का कार्य निरन्तर आगे बढ़ा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रदेश शासन की विभिन्न सेवाओं में डेढ़ लाख से अधिक बहन-बेटियों को नियुक्ति प्रदान की गई है।
मिशन महिला सारथी’ के प्रतीक का मुख्यमंत्री ने किया अनावरण…
मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम प्रदेश में परिवहन की रीढ़ माना जाता है। परिवहन निगम की पहली बस मई 1947 में चलाई गई थी। परिवहन निगम ने तब से एक लम्बी दूरी तय की है। पहले परिवहन निगम, परिवहन का एकमात्र साधन होता था। गांवों और शहरों में लोग परिवहन निगम की बसों से यात्रा करते थे। आज परिवहन निगम विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में अब बस स्टेशन भी एयरपोर्ट की तर्ज पर बनेंगे। इस पर कार्य प्रारम्भ हो चुका है। नई तकनीकों को अपनाने का कार्य किया जा रहा है। तकनीक का उपयोग करके हम जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। पहले बसों में बहुत सारी खामियां होती थीं, लेकिन अब तकनीक का उपयोग करते हुए बसों के मजबूतीकरण की कार्यवाही की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बसें क्रय करने के लिए 400 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। कुम्भ-2025 के दृष्टिगत अधिक संख्या में बसों का क्रय किया जाएगा। इसमें इलेक्ट्रिक बसें भी सम्मिलित होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा परिवहन निगम डीजल बसों से इलेक्ट्रिक बसों की ओर अग्रसर है। बहुत शीघ्र परिवहन निगम की बसें और अनुबन्धित बसें जिनका संचालन परिवहन निगम कर रहा है, इलेक्ट्रिक बसों के रूप में दिखाई देंगी। इलेक्ट्रिक बसों में पर्यावरण प्रदूषण और शोर नहीं होता तथा गति सामान्य बसों की अपेक्षा अच्छी हो सकती है। इलेक्ट्रिक बसें एक बार चार्ज होने पर 300 किलोमीटर आसानी से चल सकती हैं।