नेशनल यूनानी डॉक्टर्स एसोसिएशन नुडवा ने यूनानी कन्वेंशन एग्जीक्यूटिव मीट का किया आयोजन …
लखनऊ : नेशनल यूनानी डॉक्टर्स एसोसिएशन नुडवा के बैनर तले आयोजित नेशनल यूनानी कन्वेंशन व एग्जीक्यूटिव मीट और जनरल बॉडी मीटिंग में प्रदेश व देश के सैंकड़ों यूनानी डॉक्टर्स साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर केजीएमयू लखनऊ में इकठ्ठा हुए । इस मीटिंग में नुडवा के केंद्रीय, प्रादेशिक एवं जिला पदाधिकारी बड़ी संख्या में शामिल हुए जिनके बीच नुडवा के जनरल सेक्रेटरी डा एस एस अशरफ तथा कोषाध्यक्ष डा अतीक अहमद ने नुडवा की वार्षिक रिपोर्ट एवं आय व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत किया तथा एक्जीक्यूटिव मीटिंग में लिए गए निर्णयों से सभी सदस्यों को अवगत कराया जिस पर ध्वनि मत से हाथ उठाकर सभी सदस्यों ने अपनी सहमति जताई।
जीबीएम की अध्यक्षता करते हुए नुडवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा एस मुईद अहमद ने नुडवा के अब तक की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए पदाधिकरियों का आवाह्न किया कि यूनानी के प्रसार प्रचार के लिए फ्री यूनानी मेडिकल कैंप, सेमिनार, सिंपोजियम आदि का आयोजन करके आम जनमानस को यूनानी की तरफ आकर्षित करें तथा अन्य यूनानी चिकित्सकों से नुडवा से जुड़ने की अपील करते हुए नुडवा का विस्तार पूरे देश में करने पर बल दिया।
कार्यक्रम में माननीय प्रमुख सचिव आयुष लीना जौहरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं उन्होंने यूनानी को प्राचीनतम एवं दोष रहित प्रभावी भारतीय चिकित्सा पद्धति बताते हुए नुडवा के पिछले मांग पत्र का जिक्र करते हुए बताया कि सरकार और प्रशासन ने इसमें से ज्यादातर मांगे पूरी कर दी हैं जैसे कि बरेली कॉलेज का निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है, यूनानी चिकित्साधिकारियों की नियुक्ति हुई है, युनानी स्टाफ का नियमतीकरण हो गया और यूनानी में पीजी की सीट्स बढ़ा दी गई है इसके अलावा शेष मांगों को जल्द से जल्द पूरा कर दिया जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने मौजूदा दौर में यूनानी की ज़रुरत पर रौशनी डाली। उन्होंने नुडवा द्धारा यूनानी की तरक्की के लिए किए जा रहे कार्यों की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि वो यूनानी पद्धति के फरोग के लिए और ठोस कदम उठाये जैसे यूनानी के मंडल अधिकारी जल्द से जल्द नियुक्त किए जाएं और आयुर्वेद यूनानी चिकित्सकों की लंबित मांग आइवी फ्लूइड की अनुमति प्रदान की जाए।