मनु भाकर का पेरिस ओलंपिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक: उनकी मेहनत और समर्थन का प्रमाण

मनु भाकर
मनु भाकर

मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। यह भारत का इन खेलों में पहला पदक है और शूटिंग में 12 साल का सूखा समाप्त करता है। उनकी यह उपलब्धि यह साबित करती है कि कैसे ‘खेलो इंडिया’ योजना ने उनके करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

भाकर का कांस्य पदक उन्हें भारतीय महिलाओं में पहले ओलंपिक पदक विजेता बनाता है, और कुल मिलाकर दूसरा, लंदन 2012 में विजय कुमार के सिल्वर के बाद। केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने भाकर की सफलता का श्रेय ‘खेलो इंडिया’ कार्यक्रम को दिया, जो आवश्यक प्रशिक्षण, बुनियादी ढांचे और संसाधनों, जैसे प्रतिभा पहचान, एथलीट विकास, और टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर प्रदान करता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाकर की उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी और खिलाड़ियों को बेहतरीन सुविधाएं और व्यक्तिगत कोचिंग प्रदान करने में सरकार की भूमिका की सराहना की। मोदी ने भाकर की ऐतिहासिक जीत की तारीफ की, उनके धैर्य और इस उपलब्धि की महत्वता को स्वीकार किया, जिससे भारत की पहली महिला शूटिंग पदक विजेता बनीं। उन्होंने खेलों के बुनियादी ढांचे और एथलीट समर्थन में सरकार की प्रतिबद्धता को भी उजागर किया।

मोदी ने सोशल मीडिया पर भाकर की सफलता का जश्न मनाया और टोक्यो ओलंपिक्स में एक गन की खराबी से उत्पन्न समस्या के बाद उनके पुनरागमन की सराहना की। उन्होंने उनकी जीत को भारतीय खेलों के लिए एक ऐतिहासिक पल बताया और अपनी हार्दिक बधाई दी।

भाकर की यह उपलब्धि ‘खेलो इंडिया’ योजना की प्रभावशीलता का प्रमाण है, जो एथलीटों की प्रतिभा को संवारने और समर्थन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, और भविष्य की सफलताओं की राह प्रशस्त कर रही है।

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