IPL 2025 में युवा सितारों की धूम: वैभव सूर्यवंशी और आयुष म्हात्रे ने क्रिकेट जगत में मचाई हलचल

यह IPL 2025 का सीज़न युवा सितारों के उभार का गवाह बन रहा है, खासकर 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी और 17 वर्षीय आयुष म्हात्रे के प्रदर्शन के चलते। दोनों खिलाड़ियों ने अपने-अपने डेब्यू मैचों में धमाकेदार पारियां खेलकर न केवल अपनी टीमों को फायदा पहुंचाया, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य को भी नई उम्मीद दी है।
वैभव सूर्यवंशी: 14 साल में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन
राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए वैभव ने अपने पहले ही मैच में 38 गेंदों पर 101 रन ठोक दिए। इतनी कम उम्र में ऐसा प्रदर्शन करना असाधारण है। उन्होंने पूरे सीज़न में 252 रन बनाए, और उनका स्ट्राइक रेट 206.55 रहा। यह आंकड़े न केवल उनके तकनीकी कौशल को दर्शाते हैं बल्कि यह भी साबित करते हैं कि वह दबाव में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते हैं।
आयुष म्हात्रे: कप्तान के रूप में उभरता सितारा
चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से डेब्यू करते हुए आयुष ने सिर्फ 15 गेंदों में 32 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने एक मैच में 94 रन की पारी खेली, जिसने चयनकर्ताओं और दर्शकों दोनों का दिल जीत लिया। उनकी निरंतरता और आक्रामक शैली ने उन्हें भारतीय अंडर-19 टीम के लिए इंग्लैंड दौरे पर कप्तान बना दिया है।
17 वर्षीय आयुष म्हात्रे ने IPL 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए अपनी बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी। अपने डेब्यू मैच में उन्होंने महज 15 गेंदों पर 32 रन बनाए, जिसमें चार चौके और दो छक्के शामिल थे, और उनका स्ट्राइक रेट 213.33 रहा। इसके बाद, उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 48 गेंदों पर 94 रन की पारी खेली, जिसमें नौ चौके और पांच छक्के शामिल थे, और उनका स्ट्राइक रेट 195.83 रहा।
उनकी इस आक्रामक बल्लेबाजी ने उन्हें भारतीय अंडर-19 टीम के इंग्लैंड दौरे के लिए कप्तान के रूप में चुने जाने का अवसर प्रदान किया। उनकी तकनीकी कौशल, मानसिक मजबूती और आक्रामक शैली ने चयनकर्ताओं को प्रभावित किया, और उन्हें इस महत्वपूर्ण भूमिका के लिए उपयुक्त माना गया।
आयुष की बल्लेबाजी शैली में रोहित शर्मा की याद ताजा करती है। उनकी शांत और स्थिर स्थिति, साथ ही गेंद को सही समय पर हिट करने की क्षमता, उन्हें एक प्रभावशाली बल्लेबाज बनाती है। पूर्व क्रिकेटर और कोच रवी शास्त्री ने भी उनकी बल्लेबाजी की सराहना की और उन्हें भविष्य में भारतीय क्रिकेट का सितारा बताया।
आयुष म्हात्रे की कप्तानी में भारतीय अंडर-19 टीम इंग्लैंड दौरे पर जाएगी, जो 24 जून से 23 जुलाई तक चलेगा। यह दौरा युवा खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा। उनकी नेतृत्व क्षमता और आक्रामक बल्लेबाजी शैली भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
अंडर-19 टीम में जगह और भविष्य की तैयारियां
दोनों खिलाड़ियों ने पिछले साल एशियन क्रिकेट काउंसिल अंडर-19 टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उनके प्रदर्शन को देखते हुए, BCCI ने उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय अंडर-19 टीम में चुना है। यह दौरा 24 जून से 23 जुलाई तक चलेगा और यह 2026 में होने वाले अंडर-19 वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
नेतृत्व की ज़िम्मेदारी और अन्य खिलाड़ी
इस टीम की कप्तानी आयुष म्हात्रे को सौंपी गई है, जबकि उपकप्तानी अभिज्ञान कुंडू को दी गई है, जो विकेटकीपर भी हैं। यह निर्णय रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में आयुष के लगातार अच्छे प्रदर्शन को ध्यान में रखकर लिया गया है।
भविष्य की ओपनिंग जोड़ी?
वैभव और आयुष की बल्लेबाजी शैली और मानसिक मजबूती को देखकर यह सवाल स्वाभाविक रूप से उठता है कि क्या ये दोनों भारत की भविष्य की ओपनिंग जोड़ी बन सकते हैं। तकनीक, आक्रामकता, और युवा ऊर्जा का यह संगम भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद मूल्यवान हो सकता है।
निष्कर्ष
भारत के पास प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन उस प्रतिभा को सही समय पर मौके मिलना जरूरी है। वैभव सूर्यवंशी और आयुष म्हात्रे जैसे खिलाड़ियों को IPL और अंडर-19 अंतरराष्ट्रीय मैचों में प्रदर्शन का अवसर देकर BCCI एक सही दिशा में कदम बढ़ा रही है। यदि ये युवा सितारे इसी तरह मेहनत करते रहे, तो आने वाले वर्षों में भारतीय सीनियर टीम में उनकी मौजूदगी निश्चित लगती है।
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