शुभमन गिल के नेतृत्व में टीम इंडिया का इंग्लैंड में जोरदार फील्डिंग अभ्यास

बेकेनहैम में टीम इंडिया का ऊर्जावान क्षेत्ररक्षण सत्र
भारतीय टेस्ट टीम ने इंग्लैंड में अपने पांच मैचों की श्रृंखला की तैयारियों के दौरान बुधवार को बेकेनहम (Beckenham) में एक जोशीला और ऊर्जा से भरपूर फील्डिंग अभ्यास सत्र आयोजित किया। इस सत्र का वीडियो BCCI ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर साझा किया, जिसमें कप्तान शुभमन गिल, उप-कप्तान ऋषभ पंत, और स्टार गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह सहित टीम के कई युवा खिलाड़ी सक्रिय रूप से भाग लेते दिखे ।
अभ्यास सत्र की झलकियाँ
- थ्रो और कैचिंग ड्रिल्स
फील्डिंग कोच टी. दिलीप की देखरेख में, टीम ने तेज और सटीक थ्रो, रिफ्लेक्स ड्रिल्स, ऊँचे-नीचे कैच और स्टम्प्स हिट करने जैसे अभ्यास किए । ऋषभ पंत ने एक थ्रो में स्टम्प्स चूक जाने पर “अरे यार!” कहते हुए अपनी निराशा जाहिर की, जो टीम के समर्पण का संकेत है । - बैन्टर और जोश भरा माहौल
कप्तान शुभमन गिल ने जब गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह को बुलाकर चुटकी ली, तब “ठोकियो, बूम‑बूम!” कह कर टीम के मनोबल को ऊंचा किया । इसी तरह, जब साई सुडर्शन ने एक शानदार कैच पकड़ा, तो गिल ने “Catching yaar” कहकर खिलौनों में शामिल उत्साह दिखाया । - बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी का संतुलित फोकस
नेट प्रैक्टिस में शुभमन गिल, ऋषभ पंत बल्लेबाज़ी में जुटे, वहीं जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और अन्य गेंदबाज़ अपनी लय सुधारने में लगे । इस दौरान ऋषभ पंत ने रनों की जोरदार पारी खेली—इतनी कि एक शॉट ने प्रशिक्षण स्थल की छत तक को प्रभावित किया है, जिसे “roof‑breaking stunner” कहा गया ।
नेतृत्व का नया अध्याय
- नए कप्तान शुभमन गिल
रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट से संन्यास के बाद, 25 वर्षीय शुभमन गिल को भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान नियुक्त किया गया। यह इंग्लैंड दौरा उनका पहला नेतृत्वकारी अनुभव है और उन्होंने इसके लिए बेहद उत्साह के साथ तैयारी की है । - उप‑कप्तान ऋषभ पंत
युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को उप-कप्तान घोषित किया गया है। वे क्षेत्ररक्षण में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और अपनी अनुपस्थिति पर प्रतिक्रिया देकर टीम की भावनात्मक ऊर्जा को सांस दे रहे हैं । - गौतम गंभीर की भूमिका
टीम इंडिया इंग्लैंड 2025 दौर में हेड कोच की जिम्मेदारी गौतम गंभीर को सौंपी गई है। 6 जून को वे मुंबई से रवाना हुए और पहले अभ्यास सत्र में उन्होंने खिलाड़ियों को मार्गदर्शन दिया, जिसके तहत फील्डिंग, नेट और बैक‑अप योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया गया ।
दौरे की रूपरेखा
- 6 जून – मुंबई से सीनियर सदस्यों सहित टीम ने इंग्लैंड की यात्रा शुरू की ।
- 8 जून – बेकेनहम में पहला ऑफिशियल अभ्यास सत्र जिसमें नेट व फील्डिंग दोनों शामिल था ।
- 11 जून – बुधवार को बेकेनहम में विशेष फील्डिंग ड्रिल और क्रीमी नेट अभ्यास जारी रहा।
- 13 जून – यहाँ टीम इंडिया और इंडिया ए के बीच चार दिवसीय अभ्यास मैच की शुरुआत हो रही है ।
- 20 जून – पहला टेस्ट मुकाबला लीड्स (Headingley) में खेला जाएगा ।
- अन्य स्थल – Edgbaston (बर्मिंघम), Lord’s (लंदन), Old Trafford (मैनचेस्टर) और The Oval (लंदन) ।
श्रृंखला का महत्व
- विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) 2025–27 के पहले दौर में यह श्रृंखला अहम भूमिका निभाती है ।
- भारत को इंग्लैंड में आखिरी टेस्ट श्रृंखला में जीत का स्वाद 2007 में आया था। इस ऐतिहासिक रिकॉड को तोड़ना वर्तमान टीम का मुख्य उद्देश्य है ।
चुनौती: बुमराह की फिटनेस
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, मुख्य तेज गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह की ‘वर्कलोड मैनेजमेंट’ महत्वपूर्ण होगी। पिछले अनुभवी खिलाड़ियों के संन्यास के बाद, टीम की तेज गेंदबाज़ों की जिम्मेदारी बढ़ गई है और उनकी फिटनेस पर कड़ी नजर रखी जा रही है ।
युवा प्रतिभाओं की भूमिका
इस नई टीम में कई युवा खिलाड़ी शामिल हैं, जिनमें:
- यशस्वी जयसवाल
- साई सुदर्शन
- करीण नायर
- ध्रुव जुरेल
- वाशिंगटन सुंदर
- अक्षरदीप सिंह, आकाश दीप
- कुलदीप यादव आदि
ये युवा प्रतिभाएँ क्रमशः नेट और फील्डिंग अभ्यास में सक्रिय भूमिका निभा रहीं हैं, जो टीम की भविष्य की दिशा को मजबूत बनाती हैं ।
निष्कर्ष
भारतीय टीम का इंग्लैंड दौरा एक नए युग की शुरुआत है। कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में टीम का पूरा फोकस नेट, फील्डिंग और फिटनेस पर है। ऋषभ पंत के उत्साह और जसप्रीत बुमराह की कड़ी मेहनत ने टीम के भीतर सकारात्मक माहौल तैयार किया है। कोच गौतम गंभीर, फील्डिंग कोच टी. दिलीप और गेंदबाज़ी कोच सहित पूरी सपोर्ट स्टाफ का मार्गदर्शन खिलाड़ियों को आत्मविश्वास दे रहा है।
20 जून से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज में भारत की उम्मीद है कि यह युवा टीम इंग्लैंड की चुनौतियों का सामना कर पायी—और 2007 के बाद पहली बार इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास गढ़ पाए।