सीपीए ऑस्ट्रेलिया ने एसोचैम के साथ साझेदारी में सस्टेनेबल ग्रोथ के लिए वैल्यू क्रिएशन में तेजी लाने हेतु ग्लोबल समिट का आयोजन किया
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- सीपीए ऑस्ट्रेलिया और एसोचैम के बीच भारत में लगातार सहयोग के लिए एमओयू पर दस्तखत किए गए।
- ग्लोबल समिट के दौरान बिज़नेस टेक्नोलॉजी रिपोर्ट 2024 जारी की गई।
नई दिल्ली: दुनिया की सबसे बड़ी प्रोफेशनल एकाउंटिंग संस्थाओं में से एक, सीपीए ऑस्ट्रेलिया ने एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) के साथ गठबंधन में नई दिल्ली में ‘‘एक्सेलेरेटेड वैल्यू क्रिएशन फॉर सस्टेनेबल ग्रोथः इमर्जिंग क्रॉस-बॉर्डर ट्रेंड्स, लोकल इश्यूज़, एंड सॉल्यूशंस अहेड’’ (सस्टेनेबल वृद्धि के लिए त्वरित मूल्य निर्माणः विकसित होते सीमापार रूझान, स्थानीय समस्याएं एवं आगे के समाधान) पर एक ग्लोबल समिट का आयोजन किया। इस समिट में उद्योग के प्रमुख नेतृत्वकर्ता, नीतिनिर्माता, और विशेषज्ञ सीमापार निवेश, शासन, और उभरते वित्तीय परिदृश्य पर रणनीतियों की चर्चा करने के लिए एकत्रित हुए।
इस समिट में सीपीए ऑस्ट्रेलिया और एसोचैम के वरिष्ठ नेतृत्वकर्ताओं, जैसे प्रोफेसर डेल पिंटो, एफसीपीए (ऑस्ट्रेलिया), ग्लोबल प्रेसिडेंट एवं चेयर ऑफ द बोर्ड और श्री क्रिस फ्रीलैंड एएम, सीईओ ने हिस्सा लिया।
एसोचैम का प्रतिनिधित्व श्री मनीष सिंघल, सेक्रेटरी जनरल; श्रीमती प्रीति मल्होत्रा, चेयरपर्सन, नेशनल काउंसिल फॉर कॉर्पोरेट अफेयर्स, कंपनी लॉ, एवं कॉर्पोरेट गवर्नेंस; और सीए (डॉ.) अशोक हल्दिया, चेयरपर्सन, नेशनल टास्क फोर्स फॉर एकाउंटिंग स्टैंडर्ड्स, सस्टेनेबिलिटी एकाउंटिंग, एवं इंटीग्रेटेड फाईनेंशल रिपोर्टिंग ने किया।
यहाँ मौजूद अन्य औद्योगिक और नियामक नेतृत्वकर्ताओं में श्री महावीर सिंघवी, जॉईंट सेक्रेटरी (नेस्ट), विदेशी मामलों के मंत्रालय, भारत सरकार; सीए रंजीत कुमार अग्रवाल, प्रेसिडेंट, इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटैंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई); श्री निकोलस मैक्कैफरी, डिप्टी हाई कमिश्नर, ऑस्ट्रेलियन हाई कमीशन, नई दिल्ली; और श्री रवि मित्तल, आईएएस, चेयरपर्सन, द इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्ट्सी बोर्ड ऑफ इंडिया (आईबीबीआई) शामिल थे।
इस समिट में दो हाई-इंपैक्ट पैनल वार्ताओं का आयोजन हुआ, जो क्रॉस बॉर्डर मर्जर एवं एक्विज़िशंस (एमएंडए) तथा वैल्यू क्रिएशन के लिए निवेश पर केंद्रित थीं। इनमें विकसित होती गवर्नेंस, रिस्क एवं कंप्लायंसेज़ प्रैक्टिसेज़ द्वारा फ्यूचर-रेडी अर्थव्यवस्था के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया गया।
वार्ताओं में एकाउंटिंग सेक्टर में एफिशियंसी लाने में टेक्नोलॉजी की बढ़ती भूमिका पर जोर दिया गया, तथा दीर्घकालिक आर्थिक वृद्धि सुनिश्चित करने में रिस्क मैनेजमेंट और गवर्नेंस के महत्व के बारे में बताया गया। प्रतिभागियों ने उभरती हुई चुनौतियों से निपटने के लिए ज्यादा सहयोग तथा जटिल होते ग्लोबल बिज़नेस के वातावरण में अनुकूलन की जरूरत पर हुई चर्चाओं में हिस्सा लिया।
उद्योग की साझेदारियों को मजबूत बनाने और नॉलेज शेयरिंग की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए सीपीए ऑस्ट्रेलिया ने एक मैमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर दस्तखत करके एसोचैम के साथ अपना गठबंधन मजबूत किया। क्रिस फ्रीलैंड एएम और मनीष सिंघल ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करना, क्षमता-निर्माण की पहलों को बढ़ावा देना, और प्रोफेशनल्स को फ्यूचर-रेडी स्किल्स के विकास के अवसर प्रदान करना है।
यह पार्टनरशिप इनोवेशन लाने, प्रोफेशनल्स को उनके करियर के विकास में सहयोग देने, तथा वैश्विक सर्वश्रेष्ठ विधियों के साथ तालमेल बनाने की साझा प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करती है।
इस गठबंधन के बारे में क्रिस फ्रीलैंड, सीईओ, सीपीए, ऑस्ट्रेलिया ने कहा, ‘‘दुनिया की तीसरी सबसे पुरानी प्रोफेशनल एकाउंटिंग बॉडी होने के नाते सीपीए ऑस्ट्रेलिया प्रोफेशनल्स को आज के जटिल व्यवसायिक वातावरण में आगे बढ़ने के लिए टूल्स, ज्ञान, और वैश्विक दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। एसोचैम के साथ इस पार्टनरशिप द्वारा हम इनोवेशन लाने, क्षमता निर्माण, और अगली पीढ़ी की प्रतिभाओं के लिए अवसरों का निर्माण करने के लिए काम करेंगे।’’
इस समिट की सफलता और सीपीए ऑस्ट्रेलिया के साथ गठबंधन के बारे में मनीष सिंघल, सेक्रेटरी जनरल, एसोचैम ने कहा, ‘‘हमें समिट के सफल होने की बहुत खुशी है। इसमें उद्योग के नेतृत्वकर्ताओं ने एआई, टेक्नोलॉजी और व्यवसायिक विकास के बारे में महत्वपूर्ण चर्चा की। हम इस तरह की अन्य पहलों के लिए आशान्वित हैं, जो नॉलेज शेयरिंग और ग्लोबल पार्टनरशिप्स को आगे बढ़ाएंगी।’’
उभरते हुए व्यवसायों और टेक्नोलॉजिकल ट्रेंड्स का ज्ञान बढ़ाने के अपने प्रयास के अंतर्गत सीपीए ऑस्ट्रेलिया ने एसोचैम के साथ गठबंधन में बिज़नेस टेक्नोलॉजी रिपोर्ट 2024 जारी की है। इस रिपोर्ट में एआई एडॉप्शन, साईबरसिक्योरिटी, और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर महत्वपूर्ण नतीजे दिए गए हैं, जो भारत में व्यवसायों का लचीलापन प्रदर्शित करते हैं। इस अध्ययन के मुताबिक 23 प्रतिशत भारतीय व्यवसायों ने काफी ज्यादा एआई एडॉप्शन कर लिया है, जो सर्वे में शामिल अन्य बाजारों के मुकाबले ज्यादा है। भविष्य में 73 प्रतिशत उत्तरदाताओं को 2025 में अपने द्वारा एआई का उपयोग बढ़ने की उम्मीद है। यह आँकड़ा विश्व में प्राप्त 52 प्रतिशत के नतीजे से काफी ज्यादा है। इसके अलावा, 60 प्रतिशत भारतीय व्यवसाय अपने द्वारा साईबरसिक्योरिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने की योजना बना रहे हैं, जो इस सर्वे में प्राप्त 47 प्रतिशत के औसत से अधिक है।
इन नतीजों के बारे में प्रोफेसर डेल पिंटो ने कहा, ‘‘भारत में एआई और टेक्नोलॉजी को अपनाने की तेज गति से निरंतर प्रोफेशनल विकास की बढ़ती जरूरत प्रदर्शित होती है, ताकि एआई के युग में समकालीन और इंटरडिसिप्लिनरी कौशल का निर्माण हो सके।’’
इस समिट में उद्योग, सरकार और प्रोफेशनल्स के साथ गठबंधन करने की सीपीए ऑस्ट्रेलिया की प्रतिबद्धता प्रदर्शित हुई, ताकि ज्ञान के आदान-प्रदान द्वारा उद्योग के विकसित होते हुए रूझानों की पहचान हो सके और व्यवसायिक लीडर्स को सस्टेनेबल विकास के लिए आवश्यक ज्ञान प्राप्त हो सके। प्रोफेशनल्स को वैश्विक विशेषज्ञता, अत्याधुनिक टूल्स, और औद्योगिक सहयोगियों का मजबूत नेटवर्क उपलब्ध करवाकर सीपीए ऑस्ट्रेलिया लगातार अग्रगामी-सोच वाले मजबूत और समृद्ध व्यवसायिक समुदाय के विकास में सहयोग दे रहा है।