साइबर अटैक से तबाही: लेबनान में हिज़्बुल्लाह के हजारों सदस्य घायल

A group of people, including medical staff and other individuals, standing outside an emergency hospital entrance marked "Red Zone."

आतंकवादी संगठन को जोरदार झटका

नई दिल्ली: मंगलवार को हुए एक संदिग्ध साइबर हमले में लेबनान में हजारों हिज़्बुल्लाह सदस्यों के घायल होने की खबर सामने आई। यह घटना स्थानीय समयानुसार दोपहर 3:30 बजे हुई, जिसमें आतंकवादी समूह द्वारा संचार के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर विस्फोट हो गए।

विनाशकारी परिणाम

लेबनानी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में लगभग 4,000 लोग घायल हुए, जिनमें 200 की हालत गंभीर है और कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है। प्रभावित लोगों में अधिकांश हिज़्बुल्लाह सदस्य थे, जो संगठन के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ।

लेबनान में सदमे की लहरें

इस घटना से लेबनान में व्यापक हलचल मच गई, क्योंकि देश इस विनाशकारी परिणाम से जूझ रहा है। लेबनान में ईरानी राजदूत मोजतबा अमानी भी विस्फोटों में घायल होने वालों में शामिल थे। हिज़्बुल्लाह के कई वरिष्ठ अधिकारी और समूह के संसदीय सदस्यों के रिश्तेदार भी इस हमले से प्रभावित हुए।

इज़राइली प्रतिक्रिया

इज़राइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने स्थिति पर कड़ी नजर रखी और अपने उच्च कमांड के साथ स्थिति का आकलन किया। हालांकि तुरंत कोई सुरक्षा दिशा-निर्देश या गतिविधियों पर प्रतिबंध नहीं लगाए गए, लेकिन इज़राइली रक्षा अधिकारियों ने हिज़्बुल्लाह की संभावित जवाबी कार्रवाई की आशंका जताई।

हिज़्बुल्लाह की जांच

हिज़्बुल्लाह ने एक प्रारंभिक बयान में विस्फोटों की पुष्टि करते हुए कहा कि उनके पेजर विस्फोट हो गए थे। संगठन ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है, जिसमें कई सिद्धांत सामने आ रहे हैं।

इज़राइली आरोप

लेबनानी सुरक्षा सूत्रों ने इज़राइल पर आरोप लगाया कि उन्होंने व्यक्तिगत उपकरणों की संचार प्रणाली में घुसपैठ की और उन्हें दूर से विस्फोट कर दिया। रिपोर्टों के अनुसार, पेजरों को विशेष रूप से निशाना बनाया गया था, और कॉलर्स द्वारा रिसीवर को उठाने के लिए उकसाने के बाद अधिकतम हताहत किए गए।

A white park bench with an electronic pager placed on it, surrounded by greenery, with a close-up of the pager displayed in the corner.

उन्नत तकनीक

हिज़्बुल्लाह द्वारा इस्तेमाल किए गए पेजर हाल ही में खरीदे गए नवीनतम मॉडल थे, जो यह दर्शाता है कि संगठन ने उन्नत संचार तकनीक में निवेश किया था। कुछ हिज़्बुल्लाह अधिकारियों ने आशंका जताई कि यह विस्फोट मैलवेयर के कारण हुए होंगे, जिससे उपकरण गर्म होकर फट गए।

हिज़्बुल्लाह के लिए बड़ा झटका

यह घटना हिज़्बुल्लाह के लिए एक बड़ी असफलता साबित हुई, जो इज़राइल के साथ लंबे समय से संघर्ष में शामिल रहा है। संगठन के नेतृत्व ने हमले के विनाशकारी प्रभाव को स्वीकार करते हुए इसे “एक साल में अब तक का सबसे बड़ा सुरक्षा उल्लंघन” बताया।

मानवीय संकट

लेबनानी अधिकारियों ने इस संकट के जवाब में एंबुलेंस तैनात कीं और स्वास्थ्य कर्मियों से अस्पतालों में रिपोर्ट करने की अपील की। इस हमले से निवासियों में व्यापक दहशत फैल गई, क्योंकि प्रारंभिक घटनाओं के बाद भी विस्फोटों की रिपोर्टें आती रहीं।

साइबर सुरक्षा चिंताएं

इस साइबर हमले से संचार प्रणालियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उठी हैं, और इस तरह के हमलों से बड़े पैमाने पर नुकसान की संभावना का संकेत मिलता है। घटना की जांच जारी है और हमले के पीछे के दोषियों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।

तनाव बढ़ता हुआ

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब इज़राइल और हिज़्बुल्लाह के बीच तनाव बढ़ रहा है। इज़राइली सरकार उत्तरी क्षेत्र में एक नई सुरक्षा स्थिति बनाने की चुनौती से जूझ रही है, खासकर आतंकवादी समूह द्वारा किए गए कई रॉकेट हमलों के बाद।

आगे की संभावित वृद्धि

हालांकि इज़राइल ने आधिकारिक तौर पर इस साइबर हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन यह घटना दोनों देशों के बीच चल रहे संघर्ष की एक गंभीर याद दिलाती है। आगे की संभावित वृद्धि की आशंका बनी हुई है, क्योंकि दोनों पक्ष स्थिति का आकलन कर रहे हैं और प्रतिक्रिया की योजना बना रहे हैं।

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