कैसे वेस्टर्न डिजिटल भारत के छोटे बिजनेस को डेटा हानि से सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है

वेस्टर्न डिजिटल भारत के छोटे बिजनेस को उनका जरूरी डेटा सुरक्षित रखने में मदद कर रहा है, क्योंकि ये बिजनेस तेजी से बढ़ कर रहे हैं और साथ ही देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ा रहे हैं। ये बिजनेस अब डिजिटल डेटा पर निर्भर हो गए हैं। जैसे कि ग्राहक की जानकारी, पैसों के लेन-देन और सप्लाई चेन से जुड़ी जानकारी आदि। चाहे बात हो डिजिटल होने की, ऑनलाइन बिक्री (ई-कॉमर्स) की, डिजिटल पेमेंट्स की या क्लाउड टेक्नोलॉजी की, आज के छोटे बिजनेस पारंपरिक तरीकों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहे हैं। वैसे तो, इस डिजिटल बदलाव से डेटा खोने का खतरा भी बढ़ गया है। वेस्टर्न डिजिटल की 2025 की एक सर्वे रिपोर्ट (जो रिसर्चस्केप ने की थी) उसके अनुसार, दुनिया भर में 63% लोगों ने किसी न किसी वजह से डेटा खोया है। जिनमें डिवाइस खराब होना, गलती से डेटा डिलीट हो जाना, या साइबर अटैक आदि हैं। भारत के आंकड़े देखें तो लगभग 71% लोगों ने डेटा खोने की बात कही है।

क्लाउड बैकअप आसान होने के साथ- साथ सुविधाजनक भी होते हैं, और जरूरत के हिसाब से बढ़ाए भी जा सकते हैं, लेकिन सिर्फ उन्हीं पर भरोसा करना थोड़ा मुश्किल में डाल सकता है। जिनमें इंटरनेट बंद होना, साइबर हमले या क्लाउड सर्विस में रुकावट आने से आपका डेटा कुछ समय के लिए या हमेशा के लिए गायब हो सकता है। वेस्टर्न डिजिटल 3-2-1 बैकअप रूल अपनाने की सलाह देता है। जिसमें डेटा की तीन कॉपी रखें, दो अलग-अलग तरीकों के स्टोरेज में, और एक कॉपी किसी दूसरी जगह (ऑफसाइट) पर रखें। यह तरीका डेटा की सुरक्षा, जल्दी रिकवरी, और साइबर हमलों, गलती से डिलीट होने या हार्डवेयर खराब होने जैसी समस्याओं से बचाव करता है। छोटे बिजनेस के लिए यह जरूरी है कि वे कई तरह के स्टोरेज सॉल्यूशंस को अपनाएं।

क्लाउड स्टोरेज अपनी स्केलेबिलिटी (जरूरत के हिसाब से बढ़ने की क्षमता) और कहीं से भी एक्सेस करने की सुविधा के लिए जाना जाता है। यह उन बिजनेस के लिए फायदेमंद है जो कई जगहों पर काम कर रहे हैं। जैसे रिटेल चेन जिन्हें एक जैसा डेटा हर जगह चाहिए होता है। लेकिन क्लाउड स्टोरेज पूरी तरह इंटरनेट पर निर्भर होता है, जो कभी-कभी एक कमजोरी बन सकता है। इसलिए क्लाउड के साथ लोकल स्टोरेज जैसे एनएएस (Network Attached Storage) और एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव का इस्तेमाल करना डेटा की सुरक्षा को और मजबूत बनाता है।

एनएएस (Network Attached Storage) ज्यादा बेहतर डेटा कंट्रोल, आसानी से स्टोरेज बढ़ाने की सुविधा और लोकल डेटा प्रोटेक्शन कानूनों के अनुसार काम करने की सुविधा देता है। जो कि सिर्फ क्लाउड स्टोरेज पर निर्भर रहने से बेहतर है। वेस्टर्न डिजिटल के डेस्कटॉप एनएएस सिस्टम छोटे और मझोले बिजनेस (SMEs) के लिए खास तौर पर बनाए गए हैं। ये सिस्टम बिना किसी थर्ड पार्टी पर निर्भर हुए, खुद का डेटा मैनेज करने की सुविधा देते हैं।

एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव्स, जैसे WD My Book Duo™ (जो 44TB तक की स्टोरेज देता है) या पोर्टेबल WD My Passport® (जो 6TB तक की क्षमता रखता है), एक भरोसेमंद और आसान बैकअप समाधान देते हैं। ये ड्राइव्स डेटा को गलती से डिलीट होने या क्लाउड की बंदी जैसी समस्याओं से बचाती हैं और साथ ही डेटा को आसानी से एक्सेस करने की सुविधा भी देती हैं।

एक मजबूत बैकअप रणनीति में कई स्तर होते हैं। क्लाउड स्टोरेज आसानी से कहीं से भी डेटा एक्सेस करने के लिए,  एनएएस बेहतर कंट्रोल के लिए, और एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव्स पोर्टेबिलिटी यानी कहीं भी ले जाने की सुविधा के लिए, इन तीनों को मिलाकर एक पूरी तरह सुरक्षित सिस्टम बनता है। साथ ही, बैकअप को एन्क्रिप्ट करना (यानि पासवर्ड से सुरक्षित करना) और कुछ बैकअप कॉपीज को इंटरनेट से पूरी तरह अलग रखना (air-gapped) साइबर हमलों के खतरे को और भी कम कर देता है। जैसे-जैसे छोटे बिजनेस बढ़ कर डिजिटल हो रहे हैं, उनके लिए बेहतरीन बैकअप रणनीतियों से अपना डेटा सुरक्षित रखना बहुत ज़रूरी हो गया है।

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