लखनऊ में आयोजित एचसीएल कॉन्सर्ट्स में लखविंदर वडाली के भाव-भीने सूफी गीतों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया
लखनऊ: एचसीएल अपनी पहल, एचसीएल कॉन्सर्ट्स के माध्यम से भारतीय संगीत और नृत्य की समृद्ध विरासत के संरक्षण व प्रोत्साहन के लिए समर्पित है, जिसके अंतर्गत लखनऊ में एक मोहक सूफी संध्या का सफल समापन किया गया। यह कार्यक्रम प्रतिष्ठित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ, जिसके लिए श्रोताओं की जबरदस्त प्रतिक्रिया प्राप्त हुई और भावभीने संगीत एवं भारतीय संस्कृति के उत्सव की यह शाम यादगार बन गई।
लखविंदर वडाली ने अपनी मधुर आवाज और भावुक प्रस्तुति द्वारा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कॉन्सर्ट्स में उन्होंने अपने कई लोकप्रिय गीतों जैसे ‘‘नी में कमली यार दी कमली’’, ‘‘तू माने या ना माने’’ और ‘‘जुगनी’’ से लोगों का मन मोह लिया। दर्शक उनकी मधुर आवाज और आकर्षक व्यक्तित्व पर मोहित थे, जिसने इस संगीत संध्या को अविस्मरणीय बना दिया।
लखविंदर वडाली ने कहा, ‘‘लखनऊ में एसचीएल कॉन्सर्ट्स में अपनी प्रस्तुति के समापन के साथ मेरा हृदय आभार से भर गया है। दर्शकों के स्नेह और उत्साह के लिए मैं उन्हें हृदय से धन्यवाद देता हूँ। मुझे संगीत के प्रति इस शहर के प्रेम का अनुभव करने का अवसर मिला और सूफी संगीत के इस असाधारण कार्यक्रम का हिस्सा बनना गर्व की बात है।’’
एचसीएल कॉन्सर्ट्स के अध्यक्ष, अंशुल अधिकारी ने कहा, ‘‘लखनऊ में एचसीएल कॉन्सर्ट्स का समापन करते हुए हम दर्शकों की बेहतरीन प्रतिक्रिया से बहुत उत्साहित हैं। हमें गर्व है कि हम अपने संगीत की विरासत को प्रेरित करते और आगे बढ़ाते हुए लखविंदर वडाली जैसे कलाकारों को एक मंच प्रदान करने पर हमें गर्व है, जो हमें प्रेरित करते हुए हमारे संगीत की विरासत को लगातार ऊपर उठा रहे हैं। एचसीएल कॉन्सर्ट्स विस्तृत श्रोताओं तक भारतीय संगीत की समृद्ध विरासत पहुँचाने के लिए समर्पित है और हम इस तरह के कई अन्य यादगार कार्यक्रमों के आयोजन के लिए आशान्वित हैं।’’
एचसीएल कॉन्सर्ट्स भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा दे रहा है। इस कार्यक्रम में लखविंदर वडाली ने बहुत शानदार प्रस्तुति दी, जिसके लिए श्रोताओं ने उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया।
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