ओजांकआईएएस एकेडमीअब नोएडा में

नोएडा: ओजांक शुक्ला के दूरदृष्टा नेतृत्व में ओजांक आईएएस एकेडमी- नोएडा में गुरूकुल की स्थापना के द्वारा यूपीएससी कोचिंग के तरीकों में बदलाव लेकर आई है। मुखर्जी नगर के भीड़भाड़ भरे वातावरण से नोएडा के शांत माहौल की ओर रुख करने से कोचिंग शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आएगा।

नोएडा में प्रति व्यक्ति आय तेज़ी से बढ़ रही है, 2011-12 में यह आंकड़ा राज्य के औसत की तुलना में 7.8 गुना था, जो 2019-20 में बढ़कर 9 गुना हो गया है। आज नोएडा उद्योगों, कार्यालयों, इंटरनेशनल स्कूलों और प्रख्यात युनिवर्सिटियों का हब बन गया है। इसी के मद्देनज़र ओजांक सर, ओजांक आईएएस को नोएडा ला रहे हैं।

नोएडा को शैक्षणिक हब में बदलने के दृष्टिकोण के साथ ओजांक सर गुरूकुल का लॉन्च कर रहे हैं, इस अनूठे कोचिंग संस्थान में गुरू शिक्षा की पारम्परिक परम्परा का उपयोग किया जाता है। गुरूकुल में छात्र 24 घण्टे लर्निंग में सक्रिय रहते हैं, उन्हें न सिर्फ अकादमिक अध्ययन करने बल्कि अन्य रोचक गतिविधियों में भी हिस्सा लेने का मौका मिलता है, जिन्हें खासतौर पर यूपीएससी परीक्षा की व्यापक तैयारी को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है।

ओजांक शुक्ला का कहना है ‘‘यह कोचिंग नहीं, गुरूकूल है’ वे छात्रों के समग्र विकास पर ज़ोर देते हैं। उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अकादमिक सफलता के मार्ग पर बढ़ने में मदद करते हैं।

ओजांक आईएएस एकेडमी छात्रों और अभिभावकों को गुरूकुल में बदलावकारी अनुभव पाने के लिए आमंत्रित करते हैं, जहां छात्रों को पाठ्यपुस्तकों के दायरे से बढ़कर शिक्षा दी जाती है, उनकी सुरक्षा और मानसिक कल्याण को महत्व दिया जाता है। एकेडमी इनोवेशन, समर्पण और छात्र-उन्मुख दृष्टिकोण के साथ यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों के भविष्य को आयाम देने के लिए प्रतिबद्ध है।”

गुरूकुलः जहां लर्निंग के साथ-साथ सुरक्षा को भी किया जाता है सुनिश्चित:

हाल ही में मुखर्जी नगर में आग की दुर्घटना के बाद ओजांक आईएएस एकेडमी गुरूकुल में सुरक्षा को प्राथमिकता देती है। संस्थान के स्पेशियस इन्फ्रास्ट्रक्चर में उचित वेंटीलेशन, तीन एक्ज़िट गेट और अग्निशामक की सुविधाएं हैं, जो हर छात्र की सुरक्षा और कल्याण को सुनिश्चित करती हैं। संस्थान के लिए सभी ज़रूरी एनओसी (नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) लिए गए हैं, जो लर्निंग का सुरक्षित वातावरण प्रदान करने की गुरूकुल की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।

ओजांक सर में अभिभावकों का भरोसा:

ओजांक सर की मानवीयता और समर्पण के चलते अभिभावक उन पर भरोसा करते हैं। उन्हें विश्वास है कि गुरूकुल में उनके बच्चे आरामदायक माहौल में पढ़ सकेंगे। संस्थान अकादमिक शिक्षा के दायरे से आगे बढ़कर दूर-दराज के इलाकों से आने वाले छात्रों को हॉस्टल सुविधाएं भी उपलब्ध कराता है।

मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता:

गुरूकुल को न सिर्फ यूपीएससी परीक्षा के तैयारी के लिए बल्कि मेंटरशिप प्रोग्राम के ज़रिए छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए भी जाना जाता है। ओजांक शुक्ला जाने-माने एनएलपी ट्रेनर हैं जो पहली बार शिक्षा के क्षेत्र में एनएलपी की अवधारणा लेकर आए हैं, जहां शिक्षा के साथ-साथ छात्रों के भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जाता है।

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