चुनाव के नतीजे कुछ भी हों, एफएमसीजी, ऑटो, हेल्थकेयर, आईटी सेवायें, निजी बैंक और पूँजीगत वस्तुओं का प्रदर्शन अच्छा रहेगा – प्रभुदास लीलाधर
दिल्ली: भारत में सबसे विश्वसनीय वित्तीय सेवा संगठनों में से एक, प्रभुदास लीलाधर (पीएल) की ताजा इंडिया स्ट्रैटेजी रिपोर्ट – मैंडेट 2024, ब्रेस ऑफ़ वोलाटिलिटी के अनुसार केंद्र में कोई भी सरकार बने, इससे इतर एफएमसीजी, ऑटो, हेल्थकेयर, आईटी सेवायें, निजी बैंक और पूँजीगत वस्तुएँ जैसे सेक्टर्स का प्रदर्शन बढ़िया होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में चुनावी नतीजों के मुकाबले रक्षात्मक बचाव की बात कही गई है।
पीएल ने एनडीए के सत्ता में वापसी करने पर नीति के जारी रहने की उम्मीद जताई है। कंपनी का कहना है कि आधारभूत संरचना, रक्षा, उपभोक्ता सामग्रियों, नवीन ऊर्जा, पर्यटन, आदि से सम्बंधित विषय आगे बढ़िया करते रहेंगे। उपभोक्ता, दोपहिया वाहन और ट्रेक्टर उद्योग को ग्रामीण माँग में हरित अंकुर तथा सामान्य मानसून की उम्मीदों से ताकत मिलेगी।
अप्रत्याशित रूप से अगर इंडिया गठबंधन सत्ता में आता है, तो बाज़ारों और रक्षा, पूँजीगत वस्तुओं, पर्यटन, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (बैंकों सहित), ड्रोन, एएमसी, वायर और केबल, प्लास्टिक के पाइपों और ईएमएस जैसे विशिष्ट सेक्टर्स में रेटिंग में गिरावट आयेगी। पीएल का मानना है कि एफएमसीजी, रिटेल, दोपहिया वाहन, पीवी (एंट्री लेवल), ट्रैक्टर, रियल एस्टेट, लॉजिस्टिक्स (ईकॉम केन्द्रित) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुये जैसे सेक्टर्स को अपेक्षित नीतियों से फायदा होगा। 2004 में यूपीए की जीत के अप्रत्याशित दोहराव के कारण, जिसके फलस्वरूप एक ही दिन में सेंसेक्स में 15% की गिरावट आई थी, पिछले कुछ हफ़्तों से बाज़ार में घबराहट का माहौल है।
प्रभुदास लीलाधर ने अपनी रिपोर्ट में सत्ता में आने वाले शासन का विचार किये बगैर अच्छा करने वाले सेक्टर्स और स्टॉक्स की सूची भी दी है।
- एफएमसीजी – ग्रामीण माँग की वापसी को ताकत मिलेगी, अगर इसे मुफ्त मदद से पूरा किया जाए। प्रमुख स्टॉक्स – एचयूएल, डाबर, इमामी, मारिको, जीसीपीएल, ब्रिटानिया, वरुण बेवरेजेज।
- ऑटो – दोपहिया वाहन, ट्रैक्टर और एंट्री लेवल की कारों को लाभ होगा। प्रमुख स्टॉक्स – हीरो मोटोकॉर्प, मारुति और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा।
- हेल्थकेयर – प्रमुख स्टॉक्स के रूप में सन फार्मा, सिप्ला, मैक्स हेल्थ और ज्यूपिटर के साथ पूरी तरह रक्षात्मक।
- आईटी सेवाएँ – बहुत सीमित प्रभाव के साथ अधिकांशतः ग्लोबल कारोबार। प्रमुख स्टॉक्स – टीसीएस, एलटीआई माइंड ट्री, एचसीएल टेक, साइएन्ट, और टाटा टेक।
- निजी बैंक – बैंकों सहित सभी सार्वजानिक क्षेत्र उपक्रम (पीएसयू) की रेटिंग में गिरावट की उम्मीद। फोकस सर्वोच्च पायदान के निजी बैंकों पर हो सकता है जो पहले ही से अपने पिछले 10-वर्षीय पी/एबीवी तक महत्वपूर्ण छूट पर व्यापार कर रहे हैं। प्रमुख स्टॉक्स – एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, ऐक्सिस बैंक, आइसीआइसीआइ बैंक।
- पूँजीगत वस्तुएँ – हालाँकि ईपीसी, रक्षा, नवीन ऊर्जा में अनेक सेगमेंट पर ख़तरा है, पीएल का यकीन है कि सीमेन्स, एबीबी, श्नाइडर, हनीवेल, एलंटास बेक, जीई टीऐंडडी, हिताची एनर्जी, टिमकेन, शैफ्लर आदि जैसे वैश्विक टेक्नोलॉजी लीडर्स के बहुत कम प्रभावित होने की संभावना है।
हिंडाल्को, हैवेल्स इंडिया और टेलीकॉम कंपनियाँ जैसे कि भारती एयरटेल पर प्रभाव नहीं पडेगा।
ढाई वर्षों के बाद, प्रभुदास लीलाधर कंज्यूमर पर “ओवरवेट’ है क्योंकि, इसने मॉडल पोर्टफोलियो में एचयूएल, आईटीसी, ब्रिटानिया और टाइटन इंडस्ट्रीज के पीछे भार बढ़ा दिया है, और डेल्हीवरी को उपभोक्ता माँग के लिए प्रॉक्सी के रूप में शामिल किया है। पीएल ने ओवरवेट को ऑटो पर डाला है और मारुति और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा पर भार बढाने के बावजूद मॉडल पोर्टफोलियो में हीरो मोटोकॉर्प को शामिल किया है। पीएल का मानना है कि कंज्यूमर और ऑटो (पीवी, दोपहिया वाहन और ट्रैक्टर) बढ़िया बचाव प्रदान करते हैं, जैसा कि अगर मौजूदा सरकार बनी रहती है, तो इसे ग्रामीण माँग में हरित अंकुरों का लाभ मिलेगा। अगर इंडिया गठबंधन सत्ता में आता है और आबादी की एक बड़े वर्ग को मुफ्त उपहार देता है, तो परिदृश्य में और सुधार होगा।