भारत के फ़ौज की ताक़त में होगी बढ़ोतरी ‘प्रलय’ बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण रहा सफल

नई दिल्ली: भारत को इस समय दुनिया के सबसे ताक़तवर सेनाओं वाला देश के रूप में शुमार किया जाता है , और अपनी फायर पावर को और मजबूत बनाने के लिए भारत ने आज सुबह 9.50 बजे सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल प्रलय का परीक्षण सफलतापूर्वक किया। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि यह परीक्षण ओडिशा तट पर अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया। इस प्रलय मिसाइल को डीआरडीओ द्वारा विकसित की गई है। उम्मीद है प्रलय को जल्दी ही भारतीय सेना के सभी अंगों में तैनात किया जा सकेगा , इसकी मंजूरी मिल गयी है . प्रलय मिसाइल की खरीद को मंजूरी देने के बाद रक्षा मंत्रालय अब मीडियम रेंज वाली बैलिस्टिक मिसाइल को सेना में शामिल करने की तैयारी में है.

इस मिसाइल को अगर एलओसी के पास दागा जाए तो चीन के काफी बड़े हिस्से इसके जद में आते है और उसके सैन्य ठिकानो के साथ के बंकर तोप आदि को नष्ट और खत्म किया जा सकता है। प्रलय को पाकिस्तान की कम दूरी की परमाणु मिसाइल से मुकाबला करने के लिए भी तैयार किया गया है ।

सटीक मार्ग क्षमता और तेज रफ्तार से यह मिसाइल ज्यादा शानदार बनती है। यह सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है, जो इंटरसेप्टर मिसाइलो को मात देने में भी सक्षम है। इस मिसाइल प्रणाली को 2015 में बनाना शुरू किया गया था। इस मिसाइल का परीक्षण पिछले साल यानी 2022 में 21 और 22 दिसंबर को किया जा चुका है, जो की सफल रहा था।

सेना मीडियम दूरी की मारक क्षमता को मजबूत करने के लिए रॉकेट फोर्स बना रही है. पाकिस्तान और चीन दोनों के पास ये क्षमताएं हैं, अब हमारा देश भी इस मुकाबले में अपने पारम्परिक दुश्मन देशों पर बीस पड़ेगा

ट्रैकिंग उपकरणों से मिसाइल की ट्रैजेक्टरी का विश्लेषण किया गया। प्रलय मिसाइल की रेंज 350-500 किलोमीटर है और यह 500-1000 किलो पेलोड ले जाने में सक्षम है। प्रलय मिसाइल एलएसी और एलओसी पर तैनाती के लिए विकसित की गई है। गौरतलब है कि एक महीने पहले ही भारतीय वायुसेना ने लंबी दूरी की हवा से लॉन्च की जाने वाली ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। वायुसेना ने बंगाल की खाड़ी में यह परीक्षण किया गया, जिसमें फाइटर जेट सुखोई-30एमकेआई से ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल लॉन्च की गई। यह मिसाइल 1500 किलोमीटर की दूरी तक अपने लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। ब्रह्मोस मिसाइल भारत के सबसे घातक हथियारों में से एक है।

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