2024 के शीर्ष वैश्विक पासपोर्ट: रैंकिंग और यात्रा स्वतंत्रता

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नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय यात्रा के संदर्भ में, एक पासपोर्ट की ताकत महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि यह निर्धारित करती है कि उसका धारक कितनी आसानी से सीमा पार कर सकता है और विभिन्न देशों का अन्वेषण कर सकता है। 2024 की वैश्विक पासपोर्ट रैंकिंग दुनिया के सबसे प्रभावशाली पासपोर्टों की एक गहन झलक प्रदान करती है, जिन्हें उनकी वीज़ा-मुक्त पहुंच के आधार पर रैंक किया गया है।

ये रैंकिंग डेटा से प्राप्त की जाती हैं जो इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (IATA) द्वारा संकलित की गई हैं, जो यात्रा जानकारी के सबसे व्यापक और सटीक डेटाबेस का रखरखाव करती है। रैंकिंग की पद्धति में कई कारकों पर विचार किया जाता है, जिसमें वीज़ा के बिना पहुंच प्राप्त करने वाले देशों की संख्या, कूटनीतिक संबंध, और अंतर्राष्ट्रीय समझौते शामिल हैं।

2024 के शीर्ष पासपोर्ट

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2024 में, सिंगापुर का पासपोर्ट दुनिया का सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट है, जो 195 देशों में वीज़ा-मुक्त प्रवेश की अनुमति देता है। इसके बाद फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, और स्पेन हैं, जो सभी दूसरे स्थान पर हैं और 192 देशों में वीज़ा-मुक्त प्रवेश प्रदान करते हैं। ये देश मजबूत कूटनीतिक संबंधों और व्यापक अंतर्राष्ट्रीय समझौतों से लाभान्वित होते हैं, जो उनके वैश्विक प्रभाव और उनके नागरिकों की यात्रा की आसानी को दर्शाता है।

तीसरे स्थान पर, ऑस्ट्रिया, फिनलैंड, आयरलैंड, लक्ज़मबर्ग, नीदरलैंड्स, दक्षिण कोरिया, और स्वीडन सभी 191 देशों में वीज़ा-मुक्त पहुंच के साथ साझा करते हैं। चौथे स्थान पर बेल्जियम, डेनमार्क, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, स्विट्ज़रलैंड, और यूनाइटेड किंगडम हैं, जिनके पासपोर्ट 190 देशों में वीज़ा-मुक्त प्रवेश की पेशकश करते हैं।

ऑस्ट्रेलिया और पुर्तगाल पांचवे स्थान पर हैं, जो 189 देशों में वीज़ा-मुक्त प्रवेश की अनुमति देते हैं, जबकि ग्रीस और पोलैंड छठे स्थान पर हैं और 188 देशों में पहुंच प्रदान करते हैं। कनाडा, चेकिया, हंगरी, और माल्टा सातवें स्थान पर हैं, जिनके पासपोर्ट 187 देशों में प्रवेश प्रदान करते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका आठवें स्थान पर है, जो 186 देशों में वीज़ा-मुक्त प्रवेश प्रदान करता है।

एस्टोनिया, लिथुआनिया, और यूनाइटेड अरब अमीरात नौवें स्थान पर हैं, जिनके पासपोर्ट 185 देशों में वीज़ा-मुक्त यात्रा की अनुमति देते हैं। आइसलैंड, लातविया, स्लोवाकिया, और स्लोवेनिया दसवें स्थान पर हैं, जो 184 देशों में पहुंच प्रदान करते हैं।

भारत का पासपोर्ट स्थिति

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भारत का पासपोर्ट 2024 के वैश्विक सूची में 82वें स्थान पर है, जो 58 देशों में वीज़ा-मुक्त प्रवेश की अनुमति देता है। यह स्थिति भारत की वैश्विक स्थिति और इसके नागरिकों की अंतरराष्ट्रीय यात्रा की पहुंच को दर्शाती है।

कमजोर पासपोर्ट वाले देशों को यात्रा की कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है। जैसे, कोमोरोस, कंबोडिया, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, चाड, और हैती जैसे देश कम पहुंच वाले देशों में शामिल हैं, जिनके पास 53 से 54 देशों में वीज़ा-मुक्त पहुंच है। सबसे कम रैंक वाले पासपोर्ट, जैसे अफगानिस्तान, सीरिया, और इराक, केवल 26 से 31 देशों में वीज़ा-मुक्त पहुंच प्रदान करते हैं।

पासपोर्ट की ताकत का महत्व

पासपोर्ट की ताकत केवल यात्रा की सुविधा को ही नहीं दर्शाती; यह एक देश के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और इसके नागरिकों की वैश्विक अवसरों तक पहुंच को भी दर्शाती है। विशेष रूप से, एशियाई देश हाल के वर्षों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, जिनमें जापान, सिंगापुर, और दक्षिण कोरिया लगातार शीर्ष स्थान पर हैं। यह प्रभुत्व इन देशों द्वारा किए गए प्रभावी कूटनीतिक प्रयासों और मजबूत अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को उजागर करता है।

अंत में, एक पासपोर्ट की ताकत एक मूल्यवान संपत्ति होती है जो वैश्विक गतिशीलता को बढ़ा सकती है, अवसरों तक पहुंच प्रदान कर सकती है, और जीवन की गुणवत्ता को सुधार सकती है। 2024 की वैश्विक पासपोर्ट रैंकिंग इस बात का प्रमाण है कि अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति और समझौते व्यक्तियों की दुनिया को नेविगेट करने की आसानी को कैसे आकार देते हैं।

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