अमेरिकन ऑन्कोलॉजी इंस्टीट्यूट में दुर्लभ डबल मैलिग्नेंसी का सफल इलाज

गुरुग्राम: आरवी हेल्थकेयर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पेटिलिटी में अमेरिकन ऑन्कोलॉजी इंस्टीट्यूट (एओआई) गुरुग्राम, उत्तर भारत के बेस्ट कैंसर अस्पतालों में से एक है। यह गुरुग्राम और पड़ोसी राज्यों में विश्व स्तरीय कैंसर केयर ट्रीटमेंट और डायग्नोस्टिक्स प्रदान करता है। अमेरिकन ऑन्कोलॉजी इंस्टीट्यूट (एओआई) अपने साथ भारत और साउथ एशिया में सुपर-स्पेशियलिटी कैंसर अस्पतालों का नेटवर्क के साथ कार्यरत है।

अमेरिकन ऑन्कोलॉजी इंस्टीट्यूट (एओआई), गुरुग्राम ने दक्षिण भारत की एक 73 वर्षीय महिला में डबल मैलिग्नेंसी के एक दुर्लभ और जटिल मामले का सफलतापूर्वक इलाज किया है। रोगी को लगभग एक महीने तक रजोनिवृत्ति (पोस्टमैनोपॉजल) के बाद रक्तस्राव की शिकायत थी, और जांच में पता चला कि अप्पर वेजाइना (ऊपरी योनि) में 3 सेमी की एंडोसर्विकल ग्रोथ हुई है, साथ ही दाहिने स्तन में एक गांठ भी पाई गई।

आगे के मूल्यांकन पर, स्तन की गांठ की पहचान 3.0 x 3.1 x 2.4 सेमी के इनवेसिव डक्टल कार्सिनोमा के रूप में की गई। सर्वीकल मास का डायग्नोसिस स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा के रूप में किया गया। इसके अतिरिक्त, एफडीजी स्कैन ने दाएं बगल और मलाशय के पास बाएं क्षेत्र में एक्टिव लिम्फ नोड्स भी दिखाए।

डॉ. (ब्रिगेडियर) अनिल कुमार धर, एचओडी, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, एओआई गुरुग्राम ने इस केस के बारे में बात करते हुए कहा कि “यह मामला विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण था क्योंकि दो घातक बीमारियों का एक साथ इलाज करना दुर्लभ और जटिल था। एओआई गुरुग्राम में हमारी टीम ने सावधानीपूर्वक मल्टी-मॉडेलिटी ट्रीटमेंट दृष्टिकोण की योजना बनाई और उसे क्रियान्वित किया, जिसके परिणामस्वरूप मरीज को रोग से राहत प्रदान की जा सकी। यह मामला न केवल व्यक्तिगत और प्रभावी कैंसर देखभाल प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि भविष्य में इसी तरह के मामलों के इलाज के लिए एक मिसाल भी स्थापित करता है।”

हरीश त्रिवेदी, सीईओ, सीटीएसआई – साउथ एशिया ने कहा कि “यह मामला मल्टी-डिसीप्लनरी दृष्टिकोण के माध्यम से सबसे चुनौतीपूर्ण कैंसर मामलों के प्रबंधन के लिए एओआई गुरुग्राम के समर्पण का उदाहरण है। रोगी की उल्लेखनीय रिकवरी विश्वस्तरीय हेल्थकेयर प्रदान करने की हमारी क्षमता को उजागर करती है और पूरे दक्षिण एशिया में असाधारण कैंसर केयर प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को पुष्ट करती है।”

डॉ. अमित धवन, आरसीओओ, एओआई गुरुग्राम ने कहा कि “इस दुर्लभ डबल मैलिग्नेंसी केस का सफल इलाज एओआई गुरुग्राम में हमारी टीम की विशेषज्ञता और समर्पण को उजागर करता है। हमें प्रदान की गई व्यापक देखभाल पर गर्व है, जिसने रोगी के लिए सकारात्मक परिणाम सुनिश्चित किया। यह मामला कैंसर उपचार के हाई स्टैंडर्ड का उदाहरण है जिसे हम देने का प्रयास करते हैं।”

इस चुनौतीपूर्ण मामले के लिए ट्रीटमेंट दृष्टिकोण में मल्टी-मॉडेलिटी रणनीति शामिल थी, जिसमें सर्वीकल कैंसर के लिए कोकरंट कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी, उसके बाद स्तन कैंसर के लिए सर्जरी और उसके बाद सहायक कीमोथेरेपी और हार्मोनल थेरेपी शामिल थी। इस व्यापक ट्रीटमेंट योजना के कारण काफी अच्छा रिस्पांस मिला और मरीज आजकल काफी ठीक हो रही है।

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