गुरुग्राम में मॉडल स्कूलों के बुनियादी ढांचे का नवीनीकरण पूरा

गुरुग्राम, 8 मई 2025: समावेशी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए, जनरल इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने अपनी सी.एस.आर सहयोगी संस्था एननोबल सोशल इनोवेशन फाउंडेशन के साथ मिलकर गुरुग्राम, हरियाणा के पांच सरकारी स्कूलों का बुनियादी ढांचा पूरी तरह से नया रूप दिया है। इस पहल से 4600 से अधिक छात्र और 140 से अधिक शिक्षक लाभान्वित होंगे, जिन्हें अब सुरक्षित, रंगीन और बच्चों के अनुकूल शिक्षा वातावरण मिलेगा।

एननोबल के लिए के लिए यह परियोजना प्रत्यक्ष लाभार्थियों की दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण रही है, जो सरकारी विद्यालय प्रणाली में व्यापक स्तर पर परिवर्तन लाने की उसकी क्षमता को रेखांकित करती है।

इस परियोजना के तहत जिन पाँच स्कूलों का कायाकल्प हुआ है, वे हैं:

  • गवर्नमेंट मॉडल संस्कृत स्कूल, भीमनगर
  • गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी गर्ल्स स्कूल, कासन
  • गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नवादा-फतेहपुर
  • गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल, इस्लामपुर
  • GMSPS, फाजिलपुर झाड़सा


इन स्कूलों में पहले जर्जर इमारतें, खराब शौचालय, टूटी हुई फर्श, असुरक्षित कक्षाएं और पीने के साफ पानी, रोशनी और फर्नीचर जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी थी। बच्चों को स्कूल में खुशी और सम्मान का अनुभव नहीं होता था।

एननोबल की मदद से किए गए बदलाव
एननोबल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और यूनिसेफ के दिशा-निर्देशों से प्रेरित “चाइल्ड-फ्रेंडली मॉडल स्कूल फ्रेमवर्क” के तहत छह मुख्य पहलुओं पर काम किया: समावेशिता, सुरक्षा, स्वास्थ्य व स्वच्छता, प्रभावी शिक्षा, लैंगिक संवेदनशीलता और समुदाय की भागीदारी।

मुख्य बदलाव और उनके लाभ:

  1. प्रौद्योगिकी और समग्र विकास का एकीकरण
    1. STEAM लैब्स, पुस्तकालय और विज्ञान प्रयोगशालाएं बनाई गईं।
    1. बच्चों की विविध आवश्यकताओं के अनुसार लर्निंग स्पेस तैयार किए गए।
    1. बच्चों में 21वीं सदी के कौशल बढ़ेंगे और डिजिटल शिक्षा में सुधार होगा।
  2. शैक्षिक बुनियादी ढांचे का विकास
    1. स्कूलों की मरम्मत, प्लास्टरिंग, फ्लोरिंग, बिजली की नई व्यवस्था की गई।
    1. कक्षाओं और गलियारों को अधिक रोचक और उपयोगी बनाया गया।
    1. दीवारों की चित्रकारी से विषयों को समझना आसान हुआ।
  3. स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा
    1. नए शौचालय, हैंडवॉश पॉइंट और पीने के पानी की सुविधा बनाई गई।
    1. इससे बच्चों की बीमारी से अनुपस्थिति घटेगी और स्वच्छता की आदतें बनेंगी।
  4. खुशहाल और रचनात्मक शिक्षण वातावरण
    1. नई फर्नीचर, कंप्यूटर रूम, खेल उपकरण, संगीत वाद्य और शिक्षण गार्डन जोड़े गए।
    1. बच्चों की रचनात्मकता, मानसिक विकास और स्कूल से जुड़ाव बढ़ेगा।

एननोबल के CEO चिराग भंडारी ने कहा: “हमारा उद्देश्य सरकारी विद्यालयों को निजी संस्थानों के समकक्ष गुणवत्तापूर्ण बनाना है। इस प्रयास से न केवल विद्यार्थियों के शैक्षणिक परिणामों में सुधार होगा, अपितु उनमें गौरव, स्वाभिमान एवं विद्यालय से जुड़ाव की भावना भी उत्पन्न होगी।”

GIC Re के जनरल मैनेजर श्रीमती जयश्री बालकृष्ण ने कहा: “शिक्षा के माध्यम से सामुदायिक विकास को प्रोत्साहित करना GIC Re के मूल सिद्धांतों में सम्मिलित है। एननोबलके साथ हमारा यह सहयोग वंचित समुदायों के बच्चों के लिए शिक्षण के अवसरों को अधिक सुलभ और प्रभावी बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम है।”

एक शिक्षक ने भावुक होकर कहा: “पहले बच्चे स्कूल की सुविधाओं से संकोच करते थे, अब वे गर्व के साथ अपने कक्षाओं और खेल स्थलों को अपने अभिभावकों को दिखाते हैं। यह बदलाव अत्यंत प्रेरणादायक है।”

यह परियोजना एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे कॉरपोरेट और समुदाय की साझेदारी से सरकारी शिक्षा प्रणाली को सशक्त बनाया जा सकता है—ना केवल ढांचे के स्तर पर, बल्कि सम्मान, उम्मीद और भविष्य के सपनों को भी आकार देने में।

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