सरकार कटघरे में विपक्ष ने लगाया Phone Hacking का आरोप

नई दिल्ली: विपक्षी नेताओं की तरफ से मंगलवार सुबह दावा किया गया कि उनके फोन में सरकार-प्रायोजित हैकिंग से जुड़े चेतावनी संदेश आए, और फोन हैकिंग से जुड़े स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं। इस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

विपक्षी नेताओं के फोन हैकिंग  के आरोपों की शुरुआत महुआ मोइत्रा के ट्वीट से हुई । महुआ के बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर, पवन खेड़ा और शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी Apple की ओर से मिले अलर्ट का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए फोन हैक करने का आरोप लगाया। महुआ ने दावा किया कि आप सांसद राघव चड्ढा, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी के फोन पर भी ये अलर्ट आया है।

राहुल गांधी ने भी केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. राहुल ने कहा, जब हम अडानी का मुद्दा उठाते हैं, आईटी एजेंसी, स्नूपिंग, सीबीआई सभी एकसाथ आ जाते हैं. पहले मैं सोचता था कि पीएम मोदी नंबर एक पर हैं और अडानी दूसरे नंबर पर हैं. लेकिन अब मुझे लगता है कि अडानी पहले नंबर पर हैं और मोदी नंबर दो पर हैं. यह ध्यान भटकाने वाली राजनीति है. कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा, “आप चाहे कितनी ही जासूसी क्यों न करवा लें हम पीछे हटने वाले नहीं है. आपको फोन चाहिए तो मेरा फोन लेकर जाइए, करिए जासूसी.”

देश के विपक्षी पार्टियों के सांसदों के एपल मोबाइल पर जासूसी करने का अलर्ट आने पर बीजेपी ने जवाब दिया है. मंगलवार (31 अक्टूबर 2023) को की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, अगर उनको ऐसा लगता है कि उनकी जासूसी की जा रही है तो वह एपल के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं दर्ज करा देते हैं.’

ऐपल की ओर से भेजे गए इन नोटिफिकेशन्स में यूजर्स को सरकार प्रायोजित हैकिंग को लेकर अलर्ट किया गया है. इस तरह के मैसेज विपक्ष के बड़े  नेताओं ने शेयर किए हैं, जिसमें TMC सांसद महुआ मोइत्रा सबसे पहले हैं  इनके अलावा , शिव शेना (उद्धव ठाकरे) नेता प्रियंका चतुर्वेदी और कांग्रेस नेता पवन खेड़ा शामिल हैं. फोन हैकिंग मामले में महुआ मोइत्रा की लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी, कहा- विपक्षी सांसदों की जासूसी की कोशिश, आप राजधर्म निभाएं। 

आधिकारिक रूप से कंपनी ने अभी इस मामले में कुछ नहीं कहा है,  पर कंपनी इस पर आधिकारिक बयान जल्द ही  जारी कर सकती है। ऐपल के ये नोटिफिकेशन जरूरी नहीं है  कि किसी खास स्टेट स्पॉन्सर्ड हैकर की ओर इशारा करते हो। 

दरअसल  ऐपल ने पिछले साल ही इस फीचर को अपने प्लेटफॉर्म पर जोड़ा है. ऐपल को हम प्राइवेसी के लिए जानते हैं. कंपनी अपने उपभोक्ताओं  के डेटा को सिक्योर रखने के लिए कई तरह के कदम उठाती रही है। ऐसा ही एक नया सुविधा कि शुरुआत  है, जिसकी वजह से लोगों को नोटिफिकेशन आ रहा है।

 Contact Key Verification फीचर कि इस सिक्योरिटी लेयर को कुछ इस तरह से डिजाइन किया गाय है कि iMessage को किसी अटैक से बचाया जा सके।    ऐपल  का मानना है  कि वे ये नहीं बता पाएंगे किसी वजह से ये थ्रेट नोटिफिकेशन भेजा गया है. क्योंकि इसकी वजह से भविष्य में यूजर्स पर अटैक आसान हो सकता है।  

राहुल गांधी ने भी केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. राहुल ने कहा, जब हम अडानी का मुद्दा उठाते हैं, आईटी एजेंसी, स्नूपिंग, सीबीआई सभी एकसाथ आ जाते हैं। पहले मैं सोचता था कि पीएम मोदी नंबर एक पर हैं और अडानी दूसरे नंबर पर हैं. लेकिन अब मुझे लगता है कि अडानी पहले नंबर पर हैं और मोदी नंबर दो पर हैं. यह ध्यान भटकाने वाली राजनीति है. कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा, “आप चाहे कितनी ही जासूसी क्यों न करवा लें हम पीछे हटने वाले नहीं है. आपको फोन चाहिए तो मेरा फोन लेकर जाइए, करिए जासूसी।”

देश के विपक्षी पार्टियों के सांसदों के एपल मोबाइल पर जासूसी करने का अलर्ट आने पर बीजेपी ने जवाब दिया है । मंगलवार को की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, अगर उनको ऐसा लगता है कि उनकी जासूसी की जा रही है तो वह एपल के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं दर्ज करा देते हैं ।’

धयान देने कि बात है कि   भारत सरकार पर विपक्षी नेताओं की जासूसी के आरोप लगे हों पहले भी लगाए जा चुके हैं । इससे पहले 2019 और 2022 में कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि भारत समेत दुनियाभर के 100 से अधिक पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी हो रही है। इसके लिए दुनिया के सबसे ताकतवर हैकिंग सॉफ्टवेयर पेगासस (Pegasus) का इस्तेमाल किया गया था जिसे इस्राइल की एक कंपनी ने तैयार किया है।

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