लोहम फाउंडेशन ने सस्टेनेबिलिटी प्रोग्राम द्वारा वाराणसी में स्कूल के बच्चों को परिवर्तन लाने की प्रेरणा दी

वाराणसी, 07 मई 2025: लोहम फाउंडेशन फॉर सस्टेनेबिलिटी एजुकेशन ने उत्तर प्रदेश में सस्टेनेबिलिटी की शिक्षा का प्रसार करने के लिए आज वाराणसी में गुलिस्तां पब्लिक स्कूल, मॉडर्न पब्लिक स्कूल और नेशनल अन्तर कॉलेज, वाराणसी, उत्तर प्रदेश में एक कार्यशाला का आयोजन किया। सस्टेनेबिलिटी की शिक्षा बढ़ाने का यह राज्यव्यापी अभियान पूर्वी उत्तर प्रदेश से शुरू किया गया है। लोहम भारत में महत्वपूर्ण सस्टेनेबल सामग्री का सबसे बड़ा उत्पादक है।

लोहम फाउंडेशन का उद्देश्य सस्टेनेबिलिटी की शिक्षा को हर पृष्ठभूमि के बच्चों के लिए सुलभ, रोचक और मनोरंजक बनाना है। यह अभियान उत्तर प्रदेश सरकार के प्रगतिशील लक्ष्य के अनुरूप है, जिसके अंतर्गत पर्यावरण की जागरुकता और हरित अभियानों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल हुई है। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के मामले में उत्तर प्रदेश का हिस्सा 19% है। उत्तर प्रदेश के स्कूलों में पर्यावरण की शिक्षा को अनिवार्य कर दिया गया है। लोहम फाउंडेशन को अपने शैक्षणिक अभियानों द्वारा इस पहल में सहयोग देने और इसका विस्तार करने पर गर्व है।

लोहम के संस्थापक व सीईओ, रजत वर्मा ने कहा, ‘‘लोहम फाउंडेशन में हमारा मानना है कि बच्चों को सस्टेनेबिलिटी की शिक्षा प्रदान करना, एक बेहतर भविष्य के निर्माण और इनोवेटर्स एवं लीडर्स की अगली पीढ़ी का विकास करने के सबसे प्रभावशाली तरीकों में से एक है। सस्टेनेबल मोबिलिटी और हरित अभियानों में उत्तर प्रदेश की उल्लेखनीय प्रगति से हमें प्रेरणा मिलती है। हमें हर बच्चे के लिए सस्टेनेबिलिटी की शिक्षा को सुलभ, रोचक और कार्रवाई योग्य बनाने के राज्य सरकार के मिशन में सहयोग करने पर गर्व है। हम मिलकर विकसित भारत के निर्माण के लिए आज की जिज्ञासा को भविष्य के समाधानों में बदल सकते हैं।’’

गुलिस्तां पब्लिक स्कूल, मॉडर्न पब्लिक स्कूल और नेशनल अन्तर कॉलेज , वाराणसी स्कूल में आयोजित कार्यशाला में 7 साल से 15 साल के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने प्रायोगिक गतिविधियाँ कीं, वार्ताओं में हिस्सा लिया तथा वास्तविक विश्व की समस्याओं को सुलझाने के अभ्यास किए। इन बच्चों को सस्टेनेबिलिटी के सिद्धांत, पर्यावरण की रक्षा करने का महत्व और सस्टेनेबल जीवनशैली अपनाने के व्यवहारिक उपाय सीखने को मिले। इस फाउंडेशन के विभिन्न अभियानों – कार्यशालाओं, शिविर, ई-वेस्ट अभियानों के लिए 5,000 से अधिक बच्चे सस्टेनेबिलिटी सुपरहीरोज़ क्लब में अपना नामांकन करा चुके हैं। इन बच्चों को उनके समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और मूल्य प्रदान किए गए हैं।

नेशनल अन्तर कॉलेज, वाराणसी स्कूल, श्री मंज़ूर अहमद ने कहा, ‘‘आज की दुनिया में सस्टेनेबिलिटी की शिक्षा न केवल महत्वपूर्ण है, बल्कि अनिवार्य भी है। लोहम फाउंडेशन का व्यवहारिक दृष्टिकोण हमारे विद्यार्थियों को पर्यावरण की रक्षा करने में अपनी भूमिका के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करता है। यह प्रोग्राम उनके जीवन और हमारे समुदायों में स्थायी परिवर्तन लेकर आएगा।’’

हर ‘सस्टेनेबिलिटी सुपरहीरो’ को सस्टेनेबिलिटी सुपरहीरोज़ क्लब की सदस्यता और एक प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा, जिससे सस्टनेबिलिटी में सहभागिता और लीडरशिप का विकास होगा।

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