कुमारस्वामी ने चंद्रयान-3 मिशन में सीपीएसई की भूमिका की सराहना की

नई दिल्ली: भारत ने शुक्रवार को अपना पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया, जिसमें इसरो के चंद्रयान -3 मिशन की ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मनाया गया, जिसने चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की। इस महत्वपूर्ण अवसर पर केंद्रीय इस्पात एवं भारी उद्योग मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने अपने मंत्रालय के तहत चार केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों (सीपीएसई) के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला, जिन्होंने भारत के चंद्र मिशन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कुमारस्वामी ने चंद्रयान-3 मिशन में सीपीएसई की भागीदारी पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने विशेष रूप से इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड (आईएल), फ्लूइड कंट्रोल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एफसीआरआई), भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल), और हिंदुस्तान मशीन टूल्स (एचएमटी) का उल्लेख किया, जिनमें से सभी ने आवश्यक उत्पादों की आपूर्ति की जो मिशन की सफलता के लिए अभिन्न अंग थे।

कुमारस्वामी ने कहा, “एमएचआई के तहत चार सीपीएसई- इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड (आईएल), एफसीआरआई, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल), और हिंदुस्तान मशीन टूल्स (एचएमटी) ने आवश्यक उत्पादों की आपूर्ति की जो चंद्रयान -3 की सफलता के लिए अभिन्न अंग थे।”

भारी उद्योग मंत्रालय के तहत इन सीपीएसई ने देश की तकनीकी क्षमताओं को आगे बढ़ाने में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों की महत्वपूर्ण भूमिका का प्रदर्शन किया है। उनके योगदान ने न केवल इस मील के पत्थर को हासिल करने में इसरो का समर्थन किया है बल्कि भारत के अंतरिक्ष प्रयासों में विभिन्न क्षेत्रों के बीच सहयोग के महत्व को भी रेखांकित किया है।

जैसा कि देश चंद्रयान -3 की सफलता का जश्न मना रहा है, केंद्रीय मंत्री द्वारा इन सीपीएसई की मान्यता भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए आवश्यक सामूहिक प्रयास और विशेषज्ञता की याद दिलाती है।

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